डीएनए हिंदीः नीरव मोदी (Nirav Modi) मामले में सीबीआई (CBI) का बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. सीबीआई भगोड़े कारोबारी नीरव मोदी के करीबी सहयोगी सुभाष शंकर (Subhash Shankar) को मिस्त्र के काहिरा (Cairo) से भारत वापस ले आई है. एजेंसी पिछले काफी समय से इस पर काम कर रही थी. बैंक घोटाला मामले में उसका नाम भी शामिल है. अब उसे कोर्ट में पेश कर जांच एजेंसी हिरासत की मांग करेगी.
दरअसल, भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी पर पंजाब नेशनल बैंक को करीब 13 हजार करोड़ रुपए का लोन लेकर धोखाधड़ी करने का आरोप है. नीरव मोदी मामला सामने आने के बाद लंदन भाग गया था. लंदन की एक अदालत ने उसे जेल में बंद करने का फैसला दे दिया. भारत लगातार उसे वापस लाने का प्रयास कर रहा है.
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नीरव मोदी की कंपनी में डीजीएम था सुभाष शंकर
सुभाष शंकर को काहिरा से गिरफ्तार किया गया है. सीबीआई मंगलवार सुबह उसे लेकर मुंबई आई है. 2018 में दर्ज हुए केस के बाद से ही सुभाष शंकर फरार चल रहा था. बैंक के साथ हुई धोखाधड़ी और घोटाले के दौरान सुभाष शंकर, नीरव मोदी की कंपनी में बतौर डीजीएम (फाइनेंस) के पद पर तैनात था. 2018 में इंटरपोल ने पीएनबी घोटाले की जांच कर रही सीबीआई के अनुरोध पर नीरव मोदी, उसके भाई निशाल मोदी और उसके कर्मचारी सुभाष के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था.
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