मुझे अपमानित किया' Niti Aayog की मीटिंग से Mamata Banerjee का वॉकआउट

Written By कुलदीप पंवार | Updated: Jul 27, 2024, 02:04 PM IST

Niti Aayog Meeting Updates: विकसित भारत थीम पर आयोजित बैठक से पहले कांग्रेस ने Mamata Banerjee से इसमें शामिल नहीं होने की अपील की थी, लेकिन उन्होंने कांग्रेस को इंकार कर दिया था. बैठक के बीच में नाराज होकर बाहर निकलते समय उन्होंने माइक बंद करने का आरोप लगाया है.

Niti Aayog Meeting Updates: दिल्ली में नीति आयोग (Policy Commission) की बैठक से पहले ही विवाद शुरू हो गए थे. कांग्रेस ने INDIA ब्लॉक के नेताओं से बैठक के बहिष्कार की अपील की थी. इस अपील के बावजूद शनिवार को बैठक में पहुंची पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नाराज होकर बीच में ही वॉकआउट कर दिया है. ममता ने आरोप लगाया कि बैठक के अंदर उनका अपमान किया गया है. बाकी मुख्यमंत्रियों को अपनी बात रखने के लिए ज्यादा वक्त दिया गया, जबकि उन्हें महज 5 मिनट का समय दिया गया और उसमें भी बीच में ही माइक बंद कर दिया गया. हालांकि सरकारी फैक्ट चेक वेबसाइट PIB Factcheck ने ममता के दावे को खारिज किया है और कहा है कि घड़ी में उनका समय समाप्त होने की जानकारी दिख रही थी. यहां तक कि उनका समय पूरा होने पर भी घंटी नहीं बजाई थी. 

'दूसरे मुख्यमंत्रियों को दिए 20 मिनट'

ममता बनर्जी ने नीति आयोग की बैठक (Mamata Banerjee on NIti Aayog Meeting) से वॉकआउट करने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि मेरा अपमान किया गया है. उन्होंने कहा,'मुझे बोलने के लिए महज 5 मिनट दिया गया, जबकि बाकी मुख्यमंत्रियों को 20-20 मिनट का समय दिया गया. मैंने इतने कम समय में भी अपना विरोध जताया. जब मैं केंद्र सरकार से पश्चिम बंगाल को मिलने वाले बजट पर बोल रही थीं, तभी मेरा माइक बंद कर दिया गया. इसके बाद मैं बैठक से बाहर चली आई.' बता दें कि ममता बनर्जी ने बैठक से पहले नीति आयोग को खत्म कर देने की मांग की थी.

'क्षेत्रीय दलों का अपमान कर रही मोदी सरकार'

ममता बनर्जी ने कहा,'मैंने कहा कि मैं विपक्ष से यहां इकलौती मुख्यमंत्री हूं. फिर भी आप मुझे बोलने से रोक रहे हैं. मेरे साथ यह भेदभाव क्यों कर रहे हैं? यह केवल बंगाल नहीं सभी क्षेत्रीय दलों का अपमान है. मीटिंग में केवल NDA के सहयोगी दलों से ही अच्छा व्यवहार किया गया है.

विपक्षी मुख्यमंत्री नहीं पहुंचे बैठक में शामिल होने

राष्ट्रपति भवन के सांस्कृतिक केंद्र में आयोजित नीति आयोग की बैठक की थीम इस बार ‘विकसित भारत@2047’ रखी गई थी. इस बैठक में कांग्रेस ने अपने सहयोगी दलों की सत्ता वाले राज्यों के मुख्यमंत्रियों से शामिल नहीं होने की अपील की थी. इसके बाद बैठक में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया, तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन, केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान शामिल नहीं हुए हैं. विपक्षी मुख्यमंत्रियों में से केवल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शामिल होने की हामी भरी थी. इससे पहले मई 2023 में विपक्ष के आठ मुख्यमंत्रियों ने नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की मीटिंग का बहिष्कार किया था.

नीतीश कुमार भी शामिल नहीं हुए हैं बैठक में

सत्ताधारी गठबंधन का हिस्सा होने के बावजूद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी बैठक में नहीं पहुंचे हैं. उनकी जगह बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने बैठक में हिस्सा लिया है. 2023 में भी विपक्षी गठबंधन का हिस्सा होने के कारण बैठक का बहिष्कार करने वाले नीतीश के इस बार नहीं आने की वजह कुछ और है.

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