लोग मरें और हम देखते रहें, ऐसा नहीं हो सकता, किस बात पर बोले Nitin Gadkari?

| Updated: Mar 23, 2022, 11:47 AM IST

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी. (फोटो क्रेडिट- फेसबुक/nitingadkary)

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है जितना लोग महामारी में नहीं मरते हैं, उससे ज्यादा सड़क दुर्घटनाओं में मर जाते हैं.

डीएनए हिंदी: सड़क, राजमार्ग एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने संसद में एक संबोधन के दौरान सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता जताई है. उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए केंद्र सरकार की पहल पर भी चर्चा की है. उन्होंने कहा कि लोग मरते रहें और हम देखते रहें ऐसा नहीं हो सकता है.

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि दुनिया की 11 प्रतिशत सड़क दुर्घटना हमारे देश में होती है. देश में हर साल पांच लाख सड़क दुर्घटनाओं में डेढ़ लाख लोगों की सालभर में मौत होती हैं और इससे सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का 3 प्रतिशत नुकसान होता है. 

नितिन गडकरी ने कहा, 'लड़ाई में या कोरोना महामारी में जितने लोग नहीं मरते, उतने सड़क दुर्घटनाओं में मरते हैं. सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों में 18 से 45 वर्ष आयु वर्ग के 65 प्रतिशत लोग हैं.'

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जनता और जन प्रतिनिधियों के सहयोग बिना सुधार संभव नहीं

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि जनता और जन प्रतिनिधियों के सहयोग के बिना सुधार नहीं हो सकता है. उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा को लेकर कानून में संशोधन किया गया है, जुर्माना भी बढ़ाया है, लेकिन सबके सहयोग से ही सुधार होगा. 

'लोग मरते रहें, हम देखते रहें ऐसे नहीं हो सकता है'

केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'लोग मरते रहें और हम देखते रहें...ऐसा नहीं हो सकता है. तमिलनाडु में विश्व बैंक के सहयोग से कार्यक्रम शुरू किया गया और 50 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई. इस मॉडल को देश में लागू करने के बारे में विचार कर रहे हैं.'

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