डीएनए हिंदी: Parliament News Live- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मणिपुर हिंसा पर संसद में बयान देने की मांग को लेकर विपक्षी दल अड़े हुए हैं. कांग्रेस नेतृत्व वाला विपक्षी गुट INDIA लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया है. यह प्रस्ताव उत्तर पूर्वी राज्यों से कांग्रेस के सांसद गौरव गोगोई ने पेश किया है. सदन में भाजपा नेतृत्व वाली NDA सरकार के पास बहुमत से कहीं ज्यादा वोट हैं, इसके बावजूद विपक्षी गुट ने यह अविश्वास प्रस्ताव प्रधानमंत्री मोदी को सदन में बुलाकर मणिपुर के मुद्दे पर बोलने के लिए मजबूर करने की रणनीति के तहत पेश किया गया है. इस प्रस्ताव को अब लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने स्वीकार कर लिया है. ऐसे में अब इस प्रस्ताव पर चर्चा की जाएगी, जिसका मुख्य मुद्दा मणिपुर में हिंसा संभालने में सरकार पर अक्षम रहने का आरोप है.
पढ़ें संसद से जुड़े सभी Live Updates:
- हंगामे के चलते लोकसभा की आज की कार्यवाही स्थगित
लोकसभा में विपक्षी दलों की तरफ से लगातार हंगामा किए जाने और कामकाज में बाधा डालने के चलते कार्यवाही स्थगित कर दी गई है. अब लोकसभा की कार्यवाही गुरुवार सुबह 11 बजे शुरू होगी.
- लोकसभा में पास हुआ वन संरक्षण कानून में संशोधन
केंद्र सरकार की तरफ से वन संरक्षण कानून में संशोधन के लिए पेश किया गया The Forest (Conservation) Amendment Bill, 2023 लोकसभा में पारित हो गया है. विपक्षी दलों के हंगामे के बीच सरकार ने यह बिल पेश किया, जिसे ध्वनि मत से मंजूरी दे दी गई.
- स्पीकर के बाद में चर्चा कराने पर फिर हंगामा, लोकसभा फिर स्थगित
स्पीकर ओम बिड़ला के अविश्वास प्रस्ताव पर उचित समय तय कर चर्चा कराने की बात कहने पर विपक्षी दल भड़क गए हैं. लोकसभा में जमकर हंगामा किया जा रहा है. विपक्षी दलों के सांसद सदन में पीएम को बुलाने की मांग वाले नारे लगा रहे हैं. इसके चलते स्पीकर ने एक बार फिर लोकसभा की कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया है.
पढ़ें- INDIA के पास नहीं बहुमत, फिर भी मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव, 5 पॉइंट्स में जानें इसका कारण
- स्पीकर ने कहा, सभी दलों से करेंगे बात
लोक सभा स्पीकर ओम बिड़ला ने सरकार के खिलाफ विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है. उन्होंने कहा, मैं सभी दलों के नेताओं से इस मुद्दे पर चर्चा करूंगा और आपको (गौरव गोगोई को) बताऊंगा कि इस पर सदन में चर्चा करने के लिए क्या उचित समय रहेगा.
- राज्यसभा हो गई थी हंगामे के बाद स्थगित
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के माइक बंद करने के आरोपों के बाद राज्यसभा में भी जमकर हंगामा हुआ है. सभापति ने खड़गे के बयान को लेकर निर्देश देते हुए कहा कि कुछ भी 'रिकॉर्ड में नहीं शामिल किया जाएगा.' ये सुनकर विपक्षी सांसदों ने शोर मचाना शुरू कर दिया. इसके जवाब में सत्ताधारी दलों के सांसद भी 'मोदी-मोदी' के नारे लगाने लगे. इस शोरगुल के चलते राज्यसभा की कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया. खड़गे से पहले डीएमके सांसद तिरुची शिवा ने भी खड़गे का माइक बंद करने का मुद्दा सदन में उठाया था.
- खड़गे बोले- माइक बंद कर किया गया मेरा अपमान
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को आरोप लगाया कि मंगलवार को कार्यवाही के दौरान राज्यसभा में उनका माइक बंद कर दिया गया. उन्होंने इसे अपना अपमान बताया है. उन्होंने कहा, मैंने मंगलवार को उपसभापति से बोलने की इजाजत मांगी थी. आमतौर पर हम लोगों को बोलने की इजाजत नहीं मिल पाती है, लेकिन इजाजत मिली. जब मैं अपने मुद्दों को सदन के सामने रख रहा था. इसी दौरान मेरा माइक अचानक बंद कर दिया गया. यह मेरे आत्म सम्मान को चुनौती दी गई है. मेरा अपमान हुआ है. उन्होंने कहा, सरकार के इशारे पर अगर सदन चला तो मैं समझूंगा कि लोकतंत्र नहीं है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.