डीएनए हिंदी: नोएडा में जाम की समस्या से निजात मिलने वाली है क्योंकि एक अहम अंडरपास का काम बहुत जल्द ही पूरा होने वाला है. रिपोर्ट्स के मुताबिक नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे एडवेंट अंडरपास का काम 31 मई 2023 तक पूरा होने की संभावना है. इस निर्माण कार्य में 16 महीने से ज्यादा की देरी हुई है लेकिन देर से ही सही लेकिन ट्रैफिक की समस्या से लोगों को निजात मिलने वाली है.
इस मामले में नोएडा के उप महाप्रबंधक श्रीपाल भाटी ने कहा कि रैंप और फुटपाथ के कुछ हिस्से अभी भी निर्माणाधीन हैं. भाटी ने कहा, "अंडरपास का काम 31 मई तक पूरा हो जाएगा." बुधवार को कर्मचारी दोनों तरफ फुटपाथ के लिए लोहे के स्ट्रक्चर लगा रहे थे. इसके बाद दीवारों का कांक्रीटीकरण और ढलाई का काम किया जाएगा.
Karnataka Election 2023 Exit Poll: कुल 224 सीटें, कांग्रेस या बीजेपी कौन किस पर भारी, देखें क्या कहता है Exit Poll
जून 2020 में शुरू होगा निर्माण कार्य
प्राधिकरण ने अंडरपास के मध्य में स्ट्रीट लाइट के लिए पोल भी लगवाए हैं. सेक्टर 142 में एडवांट टॉवर के पास स्थित अंडरपास का निर्माण जून 2020 में शुरू हुआ था जब पहले लॉकडाउन के बाद चीजें आसान होने लगी थीं. इसके बावजूद यह काम पूरा नहीं हुआ है.
31 मई तक खुल सकता है अंडरपास
परियोजना को पूरा करने की प्रारंभिक समय सीमा 10 दिसंबर, 2021 थी लेकिन विभिन्न कारणों से काम रुक गया और प्राधिकरण ने जुलाई 2022 में दूसरी समय सीमा तय की. इस साल फरवरी में, प्राधिकरण ने कहा कि अंडरपास पर 80% काम पूरा हो चुका है. वहीं अब प्राधिकरण का कहना है कि यह काम 31 मई तक पूरा हो जाएगा.
Karnataka Elections 2023: कांग्रेस के सत्ता में लौटने की संभावनाओं के बीच मतदान खत्म, पढ़ें वोटिंग का फाइनल अपडेट
एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ कॉर्पोरेट कार्यालयों और आईटी फर्मों द्वारा घिरा हुआ है, जो अंडरपास का उपयोग करने वाले वाहनों की मात्रा में वृद्धि करता है. इसके अतिरिक्त, आस-पास के गांवों चपरोली खादर, असदुल्लापुर, बाजीपुर और कुलेसरा में रहने वाले लोग भी इस मार्ग का उपयोग करते हैं.
पंजाब: 5 दिन में तीसरी बार दहला अमृतसर, स्वर्ण मंदिर के पास हुआ धमाका
जाम की समस्या से मिलेगी निजात
43 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुआ यह अंडरपास 'बॉक्स-पुशिंग' तकनीक का उपयोग करके बनाया जा रहा है. पहले सेक्टर 136, 137, 140 , 141, 142 और 143 में रहने वाले लोगों को जाम की समस्या का सामना करना पड़ता था लेकिन इस अंडर पास के बनने से यह समस्या खत्म होने वाली है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.