North East Express का एक्सीडेंट क्यों हुआ? 5 पॉइंट्स में जानिए शुरुआती जांच में क्या पता चला है

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Oct 12, 2023, 05:04 PM IST

Bihar Train Accident: बक्सर के रघुनाथपुर में नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के डिरेल हुए डिब्बे हटाने का काम गुरुवार को पूरा दिन चलता रहा.

North East Express Accident Updates: दिल्ली से कामाख्या जा रही नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस ट्रेन बुधवार देर रात बिहार के बक्सर में डिरेल हो गई थी. इस हादसे में 4 लोगों की मौत हुई है, जबकि 40 से ज्यादा लोग गंभीर घायल हैं.

डीएनए हिंदी: Delhi Kamakhya North East Express News- बिहार के बक्सर में बुधवार देर रात हुए रेल हादसे का कारण पटरियों में खराबी हो सकता है. इस बात के संकेत हादसे की प्राथमिक जांच में सामने आए हैं. दिल्ली-कामाख्या नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस ट्रेन के 23 डिब्बे बक्सर के रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के करीब पटरी से उतर गए थे. इनमें से एक डिब्बा पलट गया था. इस हादसे में 4 लोगों की मौतह हो गई थी, जबकि 40 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. इस हादसे की जांच चल रही है. रेलवे की प्राथमिक जांच की रिपोर्ट सामने आ गई है, जिसमें पटरियों में खराबी को कारण माना गया है. हालांकि हादसे का सही कारण उच्च स्तरीय जांच के बाद ही सामने आएगा. 

आइए 5 पॉइंट्स में जानते हैं कि इस हादसे के बारे में अब तक क्या जानकारी मिली है.

1. कब हुआ हादसा, क्या हुआ है अब तक

भारतीय रेलवे के एक अधिकारी के मुताबिक, दिल्ली के आनंद विहार रेलवे स्टेशन से असम के कामाख्या जा रही ट्रेन बुधवार रात करीब 9.53 बजे बक्सर जिले के रघुनाथपुर स्टेशन से आगे निकली थी. यहीं अचानक उसके 23 डिब्बे पटरी से उतरने के कारण हादसा हो गया. हादसे के बाद बक्सर के अलावा भोजपुर से भी स्वास्थ्य टीमें मौके पर पहुंची थीं. NDRF और SDRF की टीमों ने रेलवे बल के साथ मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया था. बुधवार रात में ही 4 शव मिल चुके थे, जबकि घायलों को पटना और बक्सर के अस्पतालों में भर्ती कराया गया था.

2. प्राथमिक जांच में पटरियों में खराबी आई है सामने

रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, हादसे की प्राथमिक जांच पूरी हो गई है. प्राथमिक जांच में हादसे का कारण पटरियों में खराबी होना लग रहा है. हादसे का शिकार हुई ट्रेन के लोको पायलट और उस समय करीब मौजूद स्थानीय लोगों के बयानों के आधार पर भी पटरी में खराबी के कारण हादसा होने की बात लग रही है. लोको पायलट और स्थानीय लोगों ने ट्रेन के पलटने से पहले पटरियों में जोरदार आवाज होने का दावा किया है. पूर्व मध्य रेलवे के चीफ पीआरओ बीरेन्द्र कुमार ने कहा, 'घटना के कारणों का पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं. 

3. जो घायल नहीं थे, उन्हें राहत ट्रेन से भेजा गया

रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, हादसे का शिकार हुई ट्रेन के जो यात्री घायल नहीं हुए थे और आगे यात्रा करने की स्थिति में थे, उन सभी के लिए एक विशेष राहत ट्रेन का इंतजाम किया गया है. यह ट्रेन इन सभी यात्रियों को लेकर गुरुवार सुबह आगे कामाख्या की तरफ रवाना हो गई है. हालांकि कितने यात्री राहत ट्रेन से भेजे गए हैं, इसकी पुख्ता संख्या कोई नहीं बता सका है.

4. रेल ट्रैक हो गया है बंद, उसे खोलने की चल रही मशक्कत

नॉर्थ ईस्ट सुपरफास्ट ट्रेन के डिब्बे डिरेल होकर बराबर की पटरियों पर पहुंच जाने और कई डिब्बे पलटने के कारण यह रेल ट्रैक फिलहाल बंद हो गया है. इस ट्रैक से गुजरने वाली ट्रेनों के रास्ते बदले गए हैं. ट्रैक से एक्सीडेंट का शिकार हुए डिब्बे हटाने का काम पूर्व मध्य रेलवे (ईसीआर) के महाप्रबंधक तरुण प्रकाश की निगरानी में चल रहा है, जो रघुनाथपुर में घटनास्थल पर खुद मौजूद हैं. उन्होंने कहा कि क्रेन और लोहा काटने वाले उपकरणों की मदद से पटरियों से डिब्बे हटाए जा रहे हैं. हमारी प्राथमिकता जल्द से जल्द पटरियों को खाली कराकर ट्रेन संचालन शुरू कराना है. डिब्बे पटरी से क्यों उतरे थे, इसके स्पष्ट कारण तो जांच के बाद ही पता लगेंगे. हम पटरी को खाली कराकर सामान्य यातायात बहाल करने पर प्राथमिकता से काम कर रहे हैं.

5. मृतकों और घायलों के लिए मुआवजे की घोषणा

पूर्व मध्य रेलवे के चीफ पीआरओ बीरेन्द्र कुमार ने बताया कि मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजा देने का निर्णय लिया गया है. बिहार सरकार ने भी मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया है.

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