डीएनए हिंदी: सरकार ने शुक्रवार को कहा कि विश्व Covid-19 के चौथे उभार का सामना कर रहा है और ऐसे में हमें अपनी सतर्कता, खासकर साल के अंत में होने वाले उत्सवों के दौरान बनाए रखने की आवश्यकता है. इसके साथ ही सरकार ने लोगों से भीड़भाड़ वाले स्थानों और अनावश्यक यात्रा से बचने का आग्रह किया तथा कोविड संबंधी उपयुक्त व्यवहार और जल्दी टीकाकरण पर जोर दिया.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने महामारी पर एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में अभी तक मुख्य स्वरूप डेल्टा ही बना हुआ है. सरकार ने कहा कि भारत में ओमीक्रोन स्वरूप के संक्रमण के अब तक 358 मामले आ चुके हैं. उनमें से 183 मामलों का विश्लेषण किया गया और पता लगा कि इनमें से 121 लोगों ने विदेश यात्रा की थी.
Omicron के विश्लेषण किए गए 183 मामलों में से 91 प्रतिशत मरीजों ने टीके की पूरी खुराक ले रखी थी, तीन लोगों ने बूस्टर खुराक भी ली थी. विश्लेषण किए गए मामलों में 70 प्रतिशत मरीज में किसी तरह के लक्षण नहीं थे और 61 प्रतिशत मरीज पुरुष हैं.
सरकार ने WHO के तथ्यों का हवाला देते हुए कहा कि डेल्टा की तुलना में Omicron समुदायों के माध्यम से तेजी से फैल रहा है और इसके मामले 1.5 से तीन दिन में दोगुना हो रहे हैं. विश्व कोविड-19 मामलों के चौथे उभार का सामना कर रहा है और संक्रमण की पुष्टि की समग्र दर 6.1 प्रतिशत है.
सरकार ने कहा कि केरल और मिजोरम में कोविड-19 की संक्रमण दर राष्ट्रीय औसत से कहीं अधिक है जो चिंता का कारण है. इसके साथ ही सरकार ने कहा कि देश के 20 जिलों में कोविड-19 की साप्ताहिक संक्रमण दर 5 से 10 प्रतिशत के बीच है जबकि दो जिलों में यह दर 10 प्रतिशत से अधिक है.
सरकार ने लोगों को क्रिसमस और नए साल के उत्सव के दौरान विशेष रूप से एहतियात अपनाने को कहा है. सरकार ने कहा कि भारत के लगभग 61 प्रतिशत वयस्कों को कोविड टीके की दोनों खुराक दी जा चुकी है जबकि 89 प्रतिशत को पहली खुराक दी गई है. सरकार ने नए स्वरूप के मद्देनजर निजी स्वास्थ्य क्षेत्र से तैयार रहने की अपील की क्योंकि उसे महामारी के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है.