डीएनए हिंदी: Rs 2000 Note Operation Pink- भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank Of India) के 2,000 रुपये के नोट को सर्कुलेशन से बाहर करने के फैसले ने हलचल मचा रखी है. 'पिंक' नोट के जरिये घर में 'ब्लैक' मनी छिपाने वाले इसे किसी भी तरीके से ठिकाने लगाने की कवायद में जुटे हैं, जिससे काला धन सफेद करने वालों की बल्ले-बल्ले हो गई है. सबसे ज्यादा मजा ज्वैलर्स का आया है, जो धड़ल्ले से दो हजार रुपये के नोट के बदले गोल्ड खरीदने के ऑफर दे रहे हैं. बड़े ज्वैलर्स के सेल्समैन ग्राहक के शोरूम में घुसते ही उस पर इन ऑफर्स की बौछार कर दे रहे हैं. इसी 'गोरखधंधे' का खुलासा ZEE News ने अपने ऑपरेशन पिंक में किया है, जिसमें कैमरे पर रिकॉर्ड हुआ है कि ज्वैलरी शोरूम के सेल्समैन कैसे दो हजार के नोट के बदले गोल्ड की डील डन कर रहे हैं. खुफिया कैमरे पर पकड़े गए कालेधन को गोल्ड में बदलवाने के इस खेल की पोल खोलने के लिए आगे बढ़ने से पहले जान लीजिए, यहां दो हजार रुपये के नोट का कोडवर्ड है- पिंक. खुफिया कैमरे पर गोल्ड बेचने के इस खेल का खुलासा हुआ है, जिसमें देश के बड़े-बड़े ज्वैलर्स कालेधन के बदले गोल्ड बेचने के लिए तैयार बैठे हैं. यह ऑफर भी बिना बिल काटे दिया जा रहा है यानी दो हजार रुपये के नोटों की गड्डी लेकर आओ और बिना बिल कटवाए हाथोंहाथ गोल्ड ले जाओ.
मार्केट रेट से ज्यादा में बेच रहे सोना
नामी ज्वैलर्स जहां बिना बिल कटवाए दो हजार रुपये के नोटों के बदले सोना बेचकर टैक्स चोरी कर रहे हैं, वहीं वे ग्राहक को भी चूना लगाने में कमी नहीं छोड़ रहे. खुफिया कैमरे पर नामी ज्वैलर्स मार्केट रेट से ज्यादा दाम पर सोना बेचकर मोटी कमाई में जुटे मिले हैं. पीपी ज्वैलर्स और त्रिभुवनदास भीमजी जावेरी जैसे नामी ज्वैलर्स भी 2,000 रुपये के नोट के इस अवैध लेनदेन में शामिल पाए गए हैं. जी न्यूज के 'ऑपरेशन पिंक' ने इन रिटेल चेन्स द्वारा 'पिंक नोट' को बदलने के इस काले धंधे की सच्चाई का पर्दाफाश किया है. खुफिया कैमरे पर सामने आया कि ज्वैलर्स इन नोट को बदलने के बदले दे रहे सोने की कीमत 70,000 रुपये प्रति 10 ग्राम यानी एक तोला लगा रहे हैं, जबकि 24 कैरेट सोने का बाजार भाव इस समय करीब 63,000 रुपये प्रति 10 ग्राम चल रहा है.
.
नहीं पकड़े जाने की गारंटी भी दे रहे ज्वैलर्स
जी न्यूज के स्टिंग ऑपरेशन में यह भी खुलासा हुआ है कि केंद्र सरकार के 2,000 रुपये के नोट को वापस लेने के फैसले ने इन ज्वैलर्स के लिए गोल्डन चांस पैदा कर दिया है. ये न केवल काले धन को व्हाइट में बदलने के धंधे में जुट गए हैं, वहीं इससे भी ज्यादा हैरानी वाली बात है कि वे ग्राहक को पकड़े नहीं जाने की गारंटी भी दे रहे हैं.
RBI हेडक्वार्टर की नाक के नीचे ही चल रहा गोरखधंधा
ऑपरेशन पिंक में यह भी खुलासा हुआ है कि यह गोरखधंधा न केवल सेंट्रल विस्टा यानी केंद्र सरकार के शक्ति केंद्र से बल्कि संसद और RBI हेडक्वार्टर की भी नाक के नीचे चल रहा है. इन सभी जगहों से 20 किलोमीटर के दायरे में यह धंधा जमकर चल रहा है, जहां ज्वैलर अपने शोरूम में बैठकर 2,000 रुपये का नोट बदलने के लिए एक तोला सोने पर 3,000 रुपये से 5,000 रुपये तक ज्यादा वसूल रहे हैं.
ऐसे भी चल रहा है काला धंधा
- कार्ड पेमेंट से गोल्ड के रेट अलग हैं. लेकिन दो हजार रुपये के नोटों में पेमेंट करने पर गोल्ड के रेट बढ़ जाते हैं.
- दो हजार रुपये के नोटों से गोल्ड खरीदने में सबसे ज्यादा डिमांड गोल्ड कॉइन की हो रही है.
- बिना रिकॉर्ड के दो हजार के नोटों में कैश पेमेंट को जमा करवाने के लिए ज्वैलर्स की बैंक में भी सेटिंग होती है.
ज्वैलरी शॉप के सेल्समैन हैं या चार्टर्ड अकाउंटेंट?
ज्वैलरी शॉप पर बैठे सेल्समैन किसी अनुभवी चार्टर्ड अकाउंटेंट से भी ज्यादा सटीक तरीके से ब्लैकमनी को गोल्ड के जरिये व्हाइट करने का तरीका बता रहे हैं. पीपी ज्वैलर्स से लेकर त्रिभोवनदास भीमजी जवेरी तक, इनके ज्वैलरी शॉप को चलाने वाले स्टाफ ने हमें ये भरोसा दिलाया कि वो काला धन गोल्ड के जरिए आसानी से सफेद कर देंगे. इन्होंने इसके लिए निम्न तरीके भी बताए-
- छोटे-छोटे बिल बनाकर दिखा देंगे सारा लेनदेन.
- आपके नाम नहीं दूसरों के एड्रेस प्रूफ पर लेनदेन.
- परिवार के हर सदस्य के नाम पर बना देंगे बिल.
- एड्रेस प्रूफ की बजाय फर्जी नाम, नंबर, पते पर काट देंगे बिल.
- किसी तरह के प्रूफ की जरूरत नहीं, नोट दीजिए और गोल्ड लीजिए.
एक दिन में 3-3 किलोग्राम तक बेच रहे सोना
त्रिभुवनदास भीमजी जवेरी के शोरूम में मोलभाव के दौरान सामने आया कि एक-एक दिन में 3-3 किलोग्राम तक सोना इसी तरीके से ठिकाने लगाया जा रहा है. बाजार भाव से भी देखें तो यह सोना करीब 2 करोड़ रुपये का बैठता है.
'CCTV के सामने नहीं अंदर कर देना पेमेंट'
साउएक्स-2 में मौजूद पीपी ज्वेलर्स के सेल्समैन ने 25 लाख रुपये के सोने का एक बिल बनाने के बजाय 15 अलग-अलग नाम के बिल बनाने की बात कही. उसने यह भी कहा कि आपका भी नाम नहीं डालेंगे यानी आपसे कुछ पूछा ही नहीं जाएगा. जब उससे कहा गया कि आयकर विभाग आपके यहां की सीसीटीवी फुटेज निकालकर बाद में हमें दबोच ले. इस पर कहा गया कि आप पेमेंट सीसीटीवी कैमरे के सामने मत दीजिए. अंदर ऑफिस में पेमेंट दीजिए, जहां सीसीटीवी कैमरा ही नहीं है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.