डीएनए हिंदी: खालिस्तान (Khalistan) के नाम पर भारत के खिलाफ पाकिस्तान सीमा पार से ही साजिश रच रहा है. जी न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक खालिस्तान साजिश के पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI का हाथ है. भारतीय खुफिया एजेंसियों के खुफिया सूत्रों के मुताबिक, ISI एजेंट नासिर खान भारत में आपराधिक गतिविधियों में शामिल खालिस्तानियों और गैंगस्टरों के संपर्क में है.
ज़ी मीडिया को खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर पता चला है कि ISI एजेंट नासिर खान के जरिए भारत के खिलाफ साजिश के तहत दुनिया भर के खालिस्तानियों को फंडिंग दी जा रही है. खालिस्तानियों और गैंगस्टरों को हथियारों और ड्रग्स की सप्लाई भी की जा रही है.
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लाहौर से बैठकर भारत पर रखी जा रही नजर
NIA और कई राज्यों की पुलिस की ओर से की गई जांच में यह बात सामने आई है कि सीमा पार से भारत में मौजूद गैंगस्टरों और अपराधियों को ड्रग्स और हथियारों की आपूर्ति करने की लगातार कोशिश की जा रही है. सूत्रों के मुताबिक, भारत के खिलाफ साजिश को अंजाम देने के लिए ISI ने लाहौर में एक कंट्रोल रूम भी स्थापित किया है.
सुरक्षा एजेंसियों द्वारा अब तक पकड़े गए ड्रोन के चिप के विश्लेषण के आधार पर, यह पाया गया है कि कुछ ड्रोन पाकिस्तानी रेंजर शिविरों के पास के स्थानों से भारतीय क्षेत्रों में लॉन्च किए जा रहे हैं. सुरक्षा एजेंसियों को संदेह है कि ISI ऐसे ऑपरेशनों को अंजाम दे रही है.
ISI कर रही है आतंक की प्लानिंग
ड्रग्स सप्लाई के जरिए ISI न सिर्फ जैश आतंकियों को फंडिंग कर रही है बल्कि हथियार भी सप्लाई कर रही है. साल जनवरी से अब तक पंजाब और पाकिस्तान से सटे सीमावर्ती इलाकों से आने वाले कई ड्रोनों को सीमा सुरक्षा बल ने मार गिराया है, जिससे आतंकवादियों में दहशत फैल गई है.
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सीमा पर पंजाब पुलिस और बीएसएफ द्वारा पकड़े गए ड्रोनों में लगे चिप के तकनीकी विश्लेषण के जरिए कई अहम जानकारियां सुरक्षा बलों को हाथ लगी हैं. BSF अब बेहद आसानी से पाकिस्तानी ड्रोन को पकड़ती है.
ड्रोन से भारत आ रहे हथियार
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों को हथियारों और गोला-बारूद की कमी का सामना करना पड़ रहा है. LoC और पाकिस्तान के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा एजेंसियों की कड़ी निगरानी की वजह से आतंकवादी कमांडरों के लिए भारतीय क्षेत्र में आतंकवादियों की घुसपैठ कराना मुश्किल हो गया है. यही वजह है कि भारतीय सीमा के पार ड्रोन के जरिए हथियारों की आपूर्ति की साजिश रचने का चलन बढ़ रहा है.
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