डीएनए हिंदी: भारत में होने वाले जी20 समिट (G20 Summit) को लेकर पाकिस्तान पहले ही आक्रोशित था. वहीं अब जब भारत ने यह ऐलान किया है कि जी20 सम्मेलन की मीटिंग्स जम्मू कश्मीर (G20 Meetings Jammu and Kashmir) में भी होंगी तो पाक बौखला गया है. पाकिस्तान ने इसे अवैध कब्जा बनाए रखने के भारत के प्रयासों का एक हिस्सा बताते हुए आलोचना की. वहीं इस मुद्दे पर भारत सरकार ने स्पष्ट किया है कि जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग हैं और वहां पर जी20 समिट का आयोजन स्वाभाविक बात है.
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने इस मुद्दे पर आधिकारिक बयान जारी कर भारत के खिलाफ कश्मीर में जी20 सम्मेलन करने को लेकर हमला बोला है. रिपोर्ट्स तो यह भी बताती हैं कि पाकिस्तान इस मुद्दे पर अमेरिका से लेकर ब्रिटेन और अन्य कई जी20 के ही देशों से यह गुहार लगा चुका है कि वे भारत पर कश्मीर में उच्च आधिकारिक स्तर की बैठकों का आयोजन न करने का दबाव बनाएं.
क्या है वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम, जिससे चीन की नापाक हरकतों पर लगाम लगाने की प्लानिंग कर रही मोदी सरकार
चीन और अन्य इस्लामिक देशों से भी मांगी मदद
पाकिस्तान ने इस मुद्दे पर अपने कथित पक्के दोस्त चीन से भी मदद मांगी है लेकिन इस मुद्दे पर किसी अन्य देश ने अभी तक कोई खास बयान नहीं दिया है. गौरतलब है कि पाकिस्तान ने तुर्की और सऊदी अरब जैसे इस्लामिक देशों से भी इस मुद्दे पर मदद की गुहार लगाई है. पाकिस्तान का कहना है कि भारत अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए जम्मू कश्मीर में जी 20 की बैठक का आयोजन कर रहा है.
कार्यक्रम को लेकर तैयारियां तेज
बता दें कि इस साल सितंबर तक भारत में चलने वाले जी20 सम्मेलन को लेकर भारत ने कार्यक्रमों का अपडेटेड जारी किया है. इसके तहत जी20 पर्यटन ग्रुप की 24 से 26 मई को श्रीनगर में बैठक होगी जिसको लेकर पाकिस्तान की नींदे उड़ गई हैं. बता दें कि भारत ने यहां सम्मेलन को लेकर तैयारियां तेज कर दी हैं और विकास कार्यों को तेज करने पर भीा ध्यान दिया है जो कि पाकिस्तान को सबसे ज्यादा परेशान कर रहा है.
अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का बताया उल्लंघन
पाकिस्तान ने भारत के इस कार्यक्रम को संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों और अंतर्राष्ट्रीय कानूनों की अवहेलना बताया है. पाकिस्तान इसे भारत की गैर जिम्मेदाराना हरकत बता रहा है. पाकिस्तान ने कहा है कि लेह लद्दाख से लेकर कश्मीर तक में भारत सरकार द्वारा आयोजित होने वाले कार्यक्रम अवैध हैं, इसलिए दुनिया के अन्य देशों को भारत पर दबाव बनाना चाहिए.
'केंद्र के सामने नहीं मांगूंगी भीख,' MGNREGA को लेकर मोदी सरकार पर भड़कीं ममता बनर्जी
चीन को भी दिया है झटका
बता दें कि चीन को भी भारत ने अपने जी20 समिट के जरिए झटका दिया है. चीन अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईंटानगर को दक्षिणी तिब्बत कहकर अपना दावा ठोकता है लेकिन भारत ने वहां भी जी20 समिट के दो दिवसीय कार्यक्रम तय कर चीन को झटका दिया है. हालांकि भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि जम्मू कश्मीर से लेकर लेह लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश तक सभी उसके अधिकार क्षेत्र में आते हैं. ये सभी भारत के अभिन्न अंग हैं. इसलिए भारत यहां किसी भी प्रकार के अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रमों को आयोजित करने के लिए स्वतंत्र है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.