डीएनए हिंदी: राजस्थान के पाली जिले के लोग पीने के पानी के संकट से जूझ रहे हैं. हालात कुछ यूं है कि कई जगहों पर आम लोग वह पानी पीने को मजबूर हैं जो जानवरों के लिए लाया जाता है. पानी के संकट को दूर करने के लिए वॉटर ट्रेन चलाने की तैयारी हो रही है. इसके अलावा, कई इलाकों में पानी के टैंकर पहुंचाए जा रहे हैं, लेकिन ये काफी नहीं साबित हो रहे हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाली जिले के जैतपुर और रोहट समेत 20 गावों में पीने के पानी का भारी संकट है. यहां गोवंशों को पिलाने के लिए टैंकर से पानी लाया जाता है और एक पक्के हौद में छोड़ दिया जाता है. पीने के पानी की कमी से जूझ रहे लोग यह पानी भी ले जाते हैं. लोगों का कहना है कि प्यास की वजह से मर जाएं, उससे अच्छा है कि यही पानी पी लें.
यह भी पढ़ें- दिल्ली में तैयार हुआ Bulldozer Action का ब्लू प्रिंट, जानिए कब और कहां चलेगा बुलडोजर
कई गावों में पानी की इतनी कमी है कि वहां के लोग अगल-बगल के गांवों से पानी ला रहे हैं. सूखी पड़ी पानी की हौदियों में पानी डालते ही लोगों की भीड़ जमा हो जाती है. हालात ये हो गए हैं कि मवेशियों के लिए बनाए गए पानी के हौद के बाहर लोग पहरेदारी कर रहे हैं. वहीं लोगों का कहना है कि हम इंसानों को पीने का पानी नहीं मिल रहा है. पानी को लेकर लगभग हर गांव में लोगों के बीच झगड़ा भी हो रहा है.
यह भी पढ़ें- Jodhpur Violence: जोधपुर हिंसा के बाद कई जगहों पर लगा कर्फ्यू, सीएम ने दिए ये निर्देश
हर साल पानी की कमी से जूझता है पाली
राजस्थान का पाली जिला हर साल पानी की कमी से जूझता है. इस साल भी कुछ ऐसे ही हालात पैदा हुए हैं, जिसके बाद रेलवे ने वॉटर ट्रेन चलाकर लोगों की प्यास बुझाने का फैसला किया है. हालांकि, पाली के ग्रामीण इलाकों के लोगों को यह पानी नहीं मिल पाएगा. कुडी-रोहट के बीच बिछी पानी की पाइप लानी से पानी पहुंचना है, लेकिन इस पाइप लाइन की मरम्मत का काम चल रहा है.
गूगल पर हमारे पेज को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें. हमसे जुड़ने के लिए हमारे फेसबुक पेज पर आएं और डीएनए हिंदी को ट्विटर पर फॉलो करें.