Petrol & Diesel Prices: केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने कांग्रेस को बताया असल दोषी, कही यह बात

| Updated: Apr 18, 2022, 07:39 PM IST

Petrol & Diesel कीमत पर हरदीप पुरी ने कांग्रेस को असल दोषी बताते हुए कहा कि उन्होंने अपने समय में प्राइस डीरेगुलेट कर दिया था. पुष्पेंद्र कुमार की रपट

डीएनए हिंदी : आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के द्वारा सूरत में स्मार्ट सिटी स्मार्ट अर्बनाइज़ेशन कॉन्क्लेव (Smart Cities Smart Urbanisation' conclave) आयोजित किया गया था. कॉन्क्लेव में  'India Smart Cities Awards Contest 2020’ के विजेताओं को पुरस्कार देने के बाद पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों पर अपनी बात रखी. वे अपनी बात अवार्ड के बाद हुए प्रेस कॉफ्रेंस में रख रहे थे. 

पेट्रोलियम मंत्री ने तेल की कीमत बढ़ने का दोषी कांग्रेस को बताया 
केंद्रीय पेट्रोलियम एवं नैचुरल गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने पेट्रोल डीज़ल की बढ़ती हुई कीमत पर जवाब देते हुए कहा कि “2010 में जब कांग्रेस की सरकार थी तब तेल की कीमत को डीरेगुलेट कर दिया था. डीरेगुलेट मतलब जो भी इंटरनेशनल प्राइस होगा पेट्रोल का उस पर कोस्ट ऑफ रेट, कोस्ट ऑफ इंश्योरेंस, डीलर का कमीशन फिर एक्सचेंज रेट करके ये सब लगाकर उसका प्राइस होगा. महामारी, लॉकडाउन के कारण इकॉनोमिक एक्टिविटी बिल्कुल कम हो गई थी. उस समय पेट्रोल का दाम काफी गिर गया था. 19 डॉलर प्रति बैरल के करीब चला गया. अब जब इकॉनोमिक एक्टिविटी रिवावइ हुई और यूक्रेन में मिलिट्री एक्शन हो रहा है उसके कारण पेट्रोल का दाम 130 डॉलर पर बैरल भी चला गया था.”

USA, UK, स्पेन, कनाडा और जर्मनी के मुकाबले काफी कम हुई बढ़ी कीमतें
तेल की कीमतों के बढ़ने के सवाल पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने आंकड़ों के जरिए बताया कि भारत में तेल के दामों में बढ़ोतरी अमेरिका, ब्रिटेन जैसे विकसित देशों के मुकाबले काफी कम रही है. उन्होंने कहा कि “1 अप्रैल, 2021 से 31 मार्च 2022 तक पेट्रोलियम उत्पादों की कीमत USA में 50.6%, कनाडा में 50.7%, जर्मनी में 50%, UK में 58.9%, फ्रांस में 33%, स्पेन में 58.5%, श्रीलंका में 31.5% और भारत में 16% के करीब बढ़ी है.”

 
पीएम मोदी के दायित्व संभालने से पहले हुई थोड़ी लापरवाही, अब उठा रहे हैं कदम
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा, “काबू में स्थिति की बात ऐसी है जब मिलिट्री एक्शन चल रहा हो तब इसमें हम क्या कर सकते हैं, शॉर्ट टर्म में और क्या कर सकते हैं मीडियम टू लांग टर्म में. असलियत ये है कि पीएम मोदी के दायित्व संभालने से पहले थोड़ी सी लापरवाही हुई. हमारे 3.5 मिलियन स्कवायर किलोमीटर के SEDIMENTARY BASIN का जो एरिया अंडर एक्सपलोरेशन एंड प्रोडक्शन है उसका केवल 7% EXPLOIT करते हैं. अभी हम उसको बढ़ाकर 15%, 30% पर ले जा रहे हैं. एथेनॉल जो है, 2014 में एथेनॉल ब्लैंडिंग होती थी सिर्फ 1.4% उसको हम 10% पर ले आए हैं. अब हम उसको 20 प्रतिशत तक ले जाने वाले हैं 2025 तक हालांकि ये टारगेट पहले 2030 तक का था. पीएम ने भी कहा है हमारी आधिकारिक बयान भी है कि लड़ाई बंद हो. लेकिन ये सिर्फ एक स्टेटमेंट हो सकती है. OPEC से भी हम कहते रहते हैं कि आप OIL AVAILABILITY बढ़ाइए.”

कांग्रेस ने कीमत कम रखने के लिए ऑइल बॉन्ड फ्लोट किए
पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी ने बताया कि कांग्रेस सरकार ने अपने समय में दाम को रीजनेबल रखने के लिए ऑइल बॉन्ड फ्लोट किए थे. उन्होंने जानकारी दी कि कांग्रेस ने लगभग 1 लाख 40 हजार करोड़ रूपए के ऑइल बॉन्ड फ्लोट किए थे. जिसके लिए हमें आज 3 लाख 20 हजार करोड़ रूपए वापस देना पड़ रहा है.”

तेल होगा सस्ता तो जनता को भी मिलेगा फायदा 
प्रेस कॉफ्रेंस में केंद्रीय मंत्री से सवाल किया गया कि रूस से किए गए सस्ते तेल के सौदे का लाभ जनता को क्यों नहीं मिल रहा है. इस पर उन्होंने बताया कि रूस ने ऑफर दिया है उस पर बात होगी लेकिन उसके लिए हमें फ्रेट देखना होगा, डिलिवरी कहां होगी, उसका क्या इंश्योरेंस है. इस चीज पर हमारी कंपनियां बात कर रही हैं. तेल आएगा और सस्ता आएगा तो वो जनता तक जरूर पहुंचेगा. पहले यह शुरू तो हो." 

महंगे तेल की बाबत उन्होंने कहा कि OPEC के जो प्राइस हैं जहां से अभी तेल आ रहा है, उसमें एशियन प्रीमियम भी बढ़ गया है, 10 डॉलर हो गया है. तो ये INTERNATIONAL SITUATION की बात है.”

 

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