PM Narendra Modi ने असम की रैली में कहा- पहले चर्चा बम, गोली की होती थी, अब यहां तालियां बजती हैं

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Apr 28, 2022, 12:25 PM IST

असम की रैली में पहुंचे पीएम मोदी

असम की रैली में हिस्सा लेने पहुंचे पीएम मोदी ने कहा कि समझौतों से शांति और डबल इंजन से विकास के रास्ते पर चलकर ही आगे बढ़ेगा पूर्वोत्तर.

डीएनए हिंदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) गुरुवार को असम के कारबी आंगलोंग में 'शांति, एकता और विकास रैली' में हिस्सा लेने पहुंचे. पीएम मोदी ने AFSPA, शांति समझौतों और विकास कार्यक्रमों का जिक्र किया. पीएम मोदी ने कहा कि पहले नॉर्थ ईस्ट की चर्चा होने पर बम और गोलियों की आवाज सुनाई देती थी, लेकिन अब तालियों की आवाज सुनावई देती है.

कई प्रोजेक्ट का शिलान्यास करने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि जहां-जहां डबल इंजन की सरकार है वहां 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास' की नीति के तहत काम किया जा रहा है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिफू में एक पशु चिकित्सा कॉलेज, पश्चिमी कारबी आंगलोंग जिले में एक डिग्री कॉलेज और कोलोंगा में एक एग्रीकल्चर समेत हेल्थकेयर और शिक्षा से जुड़े कई प्रोजेक्ट की नींव रखी. इस मौके पर उनके साथ असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) और कई अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे.

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'समझौतों से शांति की शुरुआत'
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, 'जिन राज्यों में डबल इंजन की सरकार है, वहां सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के तहत काम किया जा रहा है.' उन्होंने यह भी कहा कि पिछले साल कारबी आंगलोंग के कई संगठनों ने शांति और विकास का रास्ता चुना. 2020 में हुए बोडो समझौते ने शांति बनाए रखने की शुरुआत की.'

विकास कार्यों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'आज जो शिलान्यास के कार्यक्रम हुए हैं, यह सिर्फ किसी इमारत के शिलान्यास नहीं है, यह यहां नौजवानों के उज्ज्वल भविष्य का शिलान्यास है. उच्च शिक्षा के लिए अब यहीं पर उचित व्यवस्था होने से अब गरीब से गरीब व्यक्ति भी अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा दे पाएगा।' शांति व्यवस्था के बारे में पीएम मोदी ने कहा कि असम की स्थायी शांति और तेज विकास के लिए जो समझौता हुआ था, उसको जमीन पर उतारने का काम आज तेज गति से चल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि हथियार छोड़कर जो साथी राष्ट्र निर्माण के लिए लौटे हैं, उसके पुनर्वास के लिए भी बेहतर काम किया जा रहा है.

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नॉर्थ ईस्ट के सीमा विवाद का जिक्र
पीएम मोदी ने नॉर्थ ईस्ट के राज्यों के सीमा विवाद का जिक्र करते हुए कहा, 'सबका साथ, सबका विकास की भावना के साथ आज सीमा से जुड़े मामलों का समाधान खोजा जा रहा है. असम और मेघालय के बीच बनी सहमति दूसरे मामलों को भी प्रोत्साहित करेगी. इससे इस पूरे क्षेत्र के विकास की आकांक्षाओं को बल मिलेगा. बोडो अकॉर्ड हो या फिर कार्बी आंगलोंग का समझौता, लोकल सेल्फ गवर्नेंस पर हमनें बहुत बल दिया है. केंद्र सरकार का बीते 7-8 साल से ये निरन्तर प्रयास रहा है कि स्थानीय शासन की संस्थाओं को सशक्त किया जाये, अधिक पारदर्शी बनाया जाए.'

शांति और AFSPA पर भी बोले पीएम मोदी
पूर्वोत्तर के राज्यों में शांति के मुद्दे पर नरेंद्र मोदी ने कहा, 'नॉर्थ ईस्ट में सरकार और समाज के सामूहिक प्रयासों से जैसे-जैसे शांति लौट रही है, वैसे-वैसे पुराने नियमों में भी बदलाव किया जा रहा है. लेकिन बीते 8 सालों के दौरान स्थायी शांति और बेहतर कानून व्यवस्था लागू होने के कारण हमने AFSPA को नॉर्थ ईस्ट के कई क्षेत्रों से हटा दिया है. आज मैं जब हथियार डालकर जंगल से लौटते नौजवानों को अपने परिवार के पास वापस लौटते हुए देखता हूं और मैं जब उन माताओं की आंखों की खुशी महसूस करता हूं, तो मुझे आशीर्वाद की अनुभूति होती है.'

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