डीएनए हिंदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका जाने वाले हैं. यह दौरान द्विपक्षीय रिश्तों को मजबूत करने के लिहाज से काफी अहम होगा. ऐसे में पीएम मोदी की यात्रा के ठीक पहले अमेरिका में भारतीयों की वीजा समस्या का मुद्दा उठ गया है. अमेरिकी सीनेट की विदेश समिति ने बाइडन प्रशासन के विदेश विभाग से पूछा है कि आखिर भारतीयों को अमेरिकी वीजा के लिए 600 दिन तक की वेटिंग का सामना क्यों करना पड़ रहा है. सीनेट के सदस्यों ने पूछा है कि विदेश विभाग भारतीयों के वीजा से जुड़ी दिक्कतों का सामाधान कब होगा.
दरअसल, अमेरिकी सीनेट की विदेश संबंध समिति के अध्यक्ष सीनेटर बॉब मेनेंडेज़ और हाउस इंडिया कॉकस के सह-अध्यक्ष माइकल वाल्ट्ज ने विदेश विभाग के अधिकारियों से पूछा कि भारत में लोगों को 600 दिनों तक के वीजा वेटिंग का सामना क्यों करना पड़ रहा है.उन्होंने कहा है कि अमेरिका और भारत के द्विपक्षीय संबंध मजबूत हुए हैं, इसलिए विदेश विभाग को वीजा प्रणाली पर ज्यादा ध्यान देना होगा.
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भारत से मजबूत हो रहे अमेरिका के रिश्ते
सीनेट के सदस्य वाल्ट्ज ने कहा है कि संयुक्त राज्य अमेरिका भारत के पीपल टू पीपल संबंधों का गवाह रहा है. भारत अब QUAD का हिस्सा है. हम इसे अपने भू-रणनीतिक हितों में लगातार शामिल कर रहे हैं. अमेरिका का ही न्यू जर्सी शहर बड़ी संख्या में भारतीय अमेरिकियों और उनके परिवारों का घर है. भारत में पहली बार बी1-बी2 वीजा आवेदकों को परेशानियां आ रही हैं. हालांकि उन्होंने इस दौरान लोगों की समस्याएं हल करने के लिए विदेश विभाग द्वारा किए गए प्रयासों की भी सराहना की है.
पीएम मोदी की यात्रा के साथ क्यों न खत्म हो ये समस्या
भारत-अमेरिका संबंधों को लेकर अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य वाल्ट्ज ने वीजा वीजा वेटिंग को लेकर की गई शिकायतों का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि भारत के साथ अमेरिका का 150 बिलियन डालर का व्यापार है. पीएम मोदी की यात्रा के दौरान ही हम इस वीजा की समस्या को हल करने के लिए काम क्यों नहीं कर रहे हैं. उन्होंने पूछा कि क्या इस मुद्दे को सुलझाने के लिए कोई फास्ट ट्रैक अपनाया गया है.
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10 लाख भारतीयों को वीजा देने का प्लान
कॉन्सुलर मामलों की सहायक विदेश मंत्री रीना बिटर ने सांसदों से कहा कि विदेश विभाग इस पर कड़ी मेहनत कर रहा है और इस मुद्दे के समाधान के लिए कई कदम उठाए गए हैं. उन्होंने कहा कि भारत से वीजा की मांग बहुत अधिक रही है. भारत के बारे में एक बात यह है कि हर पोस्ट अद्वितीय है, लेकिन भारत में कोविड की महामारी काफी विनाशकारी थी जिसके चलते वीजा प्रोसेस में देरी अहम वजह बन गया.बिटर ने कहा है कि अमेरिका इस साल भारत में 10 लाख लोगों को वीजा देगा.
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