डीएनए हिंदी: जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 (Article 370) हटने के बाद पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान (Pakistan) की बौखलाहट समय-समय पर सामने आती रही हैं और पाकिस्तानी आतंकी लगातार राज्य में अस्थिरता पैदा करने की कोशिश करते रहे हैं लेकिन अब पाकिस्तान को जम्मू-कश्मीर में पीएम मोदी (Narendra Modi) द्वारा विकास परियोजनाओं के शिलान्यास से बड़ी परेशानी हुई है. इसके चलते पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने भारत के खिलाफ अपनी बौखलाहट जाहिर की है.
पाकिस्तान ने दिखाई बौखलाहट
दरअसल पीएम मोदी द्वारा जम्मू-कश्मीर में विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करने को लेकर पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने बौखलाहट भरा बयान दिया है और इसे को घाटी में नकली सामान्य स्थिति दिखाने की एक और चाल करार दिया है. विदेश कार्यालय ने रविवार रात एक बयान में कहा, "पांच अगस्त 2019 के बाद से, अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भारत द्वारा कश्मीर में वास्तविक अंतर्निहित मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए इस तरह के कई हताश प्रयासों को देखा है."
पाक के विदेश कार्यालय ने कहा, "भारत द्वारा डिजाइन रतेल पनबिजली संयंत्र के निर्माण पर पाकिस्तान को आपत्ति रही है और क्वार पनबिजली संयंत्र के लिए भारत ने अब तक पाकिस्तान के साथ जानकारी साझा करने के अपने संधि दायित्व को पूरा नहीं किया है."
इसके साथ ही पाक विदेश कार्यालय ने कहा, "पाकिस्तान भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा दो परियोजनाओं की आधारशिला रखने को 1960 की सिंधु जल संधि (IWT) के सीधे उल्लंघन के रूप में देखता है." पाकिस्तान ने भारत से IWT के तहत अपने दायित्वों को पूरा करने और आईडब्ल्यूटी ढांचे के लिए हानिकारक कोई भी कदम उठाने से परहेज करने का आह्वान किया था.
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पीएम मोदी ने दी बड़ी सौगात
आपको बता दें कि अपनी इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने रतले और क्वार जलविद्युत परियोजनाओं की आधारशिला रखी. किश्तवाड़ में चिनाब नदी पर लगभग 5,300 करोड़ रुपये की लागत से 850 मेगावाट की परियोजना और उसी नदी पर 4,500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से 540 मेगावाट की क्वार जलविद्युत परियोजना का निर्माण किया जाएगा.
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