डीएनए हिंदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने रविवार को साल के आखिरी मन की बात कार्यक्रम (Mann Ki Baat) में देशवासियों को संबोधित कर रहे हैं. पीएम मोदी ने रविवार को कहा कि यह जनशक्ति की ही ताकत है कि भारत 100 साल में आई सबसे बड़ी महामारी से लड़ सका.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहा कि इस समय आप 2021 की विदाई और 2022 के स्वागत की तैयारी में जुटे ही होंगे. नए साल पर हर व्यक्ति, हर संस्था, आने वाले साल में कुछ और बेहतर करने, बेहतर बनने के संकल्प लेते हैं. जनशक्ति से ही देश 100 वर्षों की सबसे बड़ी महामारी से लड़ सका.
पीएम मोदी ने शनिवार को अपने राष्ट्र के नाम संबोधन में पीएम ने कोरोना के बढ़ते के खतरे से लोगों को चिंता नहीं करने की अपील करते हुए गाइडलाइंस का पालन करने की सलाह दी और साथ ही बच्चों के टीकाकरण, बूस्टर डोज के बारे में भी बताया.
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पीएम नरेंद्र मोदी के संबोधन की बड़ी बातें-
1. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनशक्ति पर देश की तारीफ की. उन्होंने कहा, 'जनशक्ति की ही ताकत है, सबका प्रयास है कि भारत 100 साल में आई सबसे बड़ी महामारी से लड़ सका. हम हर मुश्किल समय में एक दूसरे के साथ, एक परिवार की तरह खड़े रहे. अपने मोहल्ले या शहर में किसी की मदद करना हो, जिससे जो बना, उससे ज्यादा करने की कोशिश की.
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2. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि वैक्सीन की 140 करोड़ डोज के पड़ाव को पार करना हर भारतवासी की अपनी उपलब्धि है. ये प्रत्येक भारतीय का व्यवस्था और विज्ञान पर भरोसा दिखाता है. समाज के प्रति अपने दायित्वों को निभा रहे हम भारतीय की इच्छा शक्ति का प्रमाण है.
3. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को भी याद किया. अपने संबोधन में उन्होंने कहा, 'महाभारत के युद्ध के वक्त भगवान कृष्ण ने अर्जुन को कहाथा कि नभ: स्पृशं दीप्तम्. यह भारतीय वायुसेना का आदर्श वाक्य भी है. मां भारती की सेवा में लगे अनेक जीवन आकाश की इन बुलंदियों को रोज छूते हैं. हमें बहुत कुछ सिखाते हैं. ऐसा ही एक जीवन रहा है ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का. वरुण सिंह, उस हेलिकॉप्टर को उड़ा रहे थे, जो इस महीने तमिलनाडु में हादसे का शिकार हो गया। उस हादसे में, हमने, देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत कई वीरों को खो दिया. वरुण सिंह भी मौत से कई दिन तक जांबाजी से लड़े, लेकिन फिर वो भी हमें छोड़कर चले गए.
4. पीएम मोदी ने ग्रुप कैप्टन को याद करते हुए कहा कि वरुण जब अस्पताल में थे, उस समय मैंने सोशल मीडिया पर कुछ ऐसा देखा, जो मेरे हृदय को छू गया. इस साल अगस्त में ही उन्हें शौर्य चक्र दिया गया था. इस सम्मान के बाद उन्होंने अपने स्कूल के प्रिंसिपल को एक चिट्ठी लिखी थी. इस चिट्ठी को पढ़कर मेरे मन में पहला विचार यही आया कि सफलता के शीर्ष पर पहुंच कर भी वे जड़ों को सींचना नहीं भूले. दूसरा जब उनके पास उत्सव मनाने का समय था, तो उन्होंने आने वाली पीढ़ियों की चिंता की.
5. पीएम मोदी ने कहा, 'इस साल भी एग्जाम से पहले मैं छात्रों के साथ चर्चा करने की प्लानिंग कर रहा हूं. कार्यक्रम के लिए 2 दिन बाद 28 दिसंबर से MyGov.in पर रजिस्ट्रेशन भी शुरू होने जा रहा है. ये रजिस्ट्रेशन 28 दिसंबर से 20 जनवरी तक चलेगा. इसके लिए क्लास 9 से 12 तक के छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के लिए ऑनलाइन कंपटीशन भी आयोजित होगा. मैं चाहूंगा आप सब इसमें जरूर हिस्सा लें.
6. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकारी फाइलों से लेकर अरुणाचल प्रदेश के अनूठे अभियान तक का जिक्र किया. अरुणाचल प्रदेश के लोगों का एक अनूठा अभियान चला रखा है. इस अभियान में लोग स्वेच्छा से अपनी एयरगन सरेंडर कर रहे हैं जिससे पक्षियों का अधाधुंध शिकार रुक सके. पिछले कुछ महीनों में पहाड़ से मैदानी इलाकों तक लोगों ने इसे खुले दिल से अपनाया है.
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