Kashi Vishwanath Dham का उद्घाटन करेंगे PM नरेंद्र मोदी, ये रही वाराणसी दौरे की पूरी जानकारी

| Updated: Dec 13, 2021, 12:38 PM IST

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Kashi Vishwanath Dham: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी दौरे को देखते हुए शहर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है.

डीएनए हिंदी: PM Narendra Modi सोमवार को अपने लोकसभा क्षेत्र वाराणसी में महत्वाकांक्षी काशी विश्वनाथ गलियारे का उद्घाटन करेंगे. केंद्र व प्रदेश सरकार को इस परियोजना से वाराणसी में पर्यटन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के मद्देनजर वाराणसी के लोगों में गजब का उत्साह है. 

दो दिन के लिए वाराणसी में पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिनों के लिए अपने संसदीय क्षेत्र में आ रहे हैं. वो सोमवार दोपहर करीब 1 बजे काशी विश्वनाथ गलियारे का उद्घाटन करेंगे. BJP पदाधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री दो दिन वाराणसी में ठहरने वाले हैं. पहले दिन वह सबसे पहले बाबा काल भैरव का दर्शन-पूजन करने के बाद ललिता घाट पहुचेंगे, वहां से बाबा विश्वनाथ धाम पहुंचेंगे.

उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के बाद वह सभी मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों के साथ गंगा आरती में शामिल होंगे. अपने प्रवास के दूसरे दिन प्रधानमंत्री देशभर से आए मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद करेंगे. उसके बाद प्रधानमंत्री वाराणसी के उमरहा स्थित स्वर्वेद मंदिर के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में भाग लेंगे. यहां प्रधानमंत्री उपस्थित लोगों को संबोधित भी करेंगे.

शहर में बढ़ाई गई सुरक्षा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी दौरे को देखते हुए शहर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. मंदिर परिसर में भी अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है. प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के दौरान सब कुछ सुचारू रूप से हो, यह सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस सड़कों पर गश्त भी कर रही है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "कार्यक्रम के महत्व को देखते हुए शहरभर में विशेष रूप से मंदिर और गलियारे के आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विशिष्ट मेहमानों और लोगों के शामिल होने की उम्मीद है."

339 करोड़ रुपये से तैयार हुआ पहला चरण
PMO के बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री दोपहर करीब एक बजे मंदिर जाएंगे और लगभग 339 करोड़ रुपये की लागत से बने काशी विश्वनाथ धाम के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे. बयान में कहा गया है कि भगवान शिव के तीर्थयात्रियों और भक्तों की सुविधा के लिए लंबे समय से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक दृष्टिकोण था.