डीएनए हिंदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोमवार को काशी विश्व नाथ धाम कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) का लोकार्पण किया है. पहले फेज के उद्घाटन से पहले पीएम मोदी (PM Modi) ने गंगा स्नान और कालभैरव का दर्शन भी किया. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर पीएम मोदी के सबसे महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट्स में से एक है.
काशी-विश्वनाथ धाम परियोजना पर सरकार ने करीब 339 करोड़ रुपये खर्च किए हैं. यह परियोजना पांच लाख वर्ग फुट क्षेत्र में फैली है जबकि इससे पहले काशी विश्वनाथ धाम परिसर केवल तीन हजार वर्ग फुट में सीमित था. कोविड महामारी की चुनौतियों के बीच परियोजना का काम बेहद कम अवधि में पूरा किया गया है.
पीएम मोदी के स्पीच की क्या हैं 10 बड़ी बातें?
1. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत में कहा कि अभी मैं बाबा के साथ साथ नगर कोतवाल कालभैरव जी के दर्शन करके भी आ रहा हूं. देशवासियों के लिए उनका आशीर्वाद लेकर आ रहा हूं. काशी में कुछ भी नया हो, उनसे पूछना आवश्यक है. मैं काशी के कोतवाल के चरणों में भी प्रणाम करता हूं. हमारे पुराणों में कहा गया है कि जैसे ही कोई काशी में प्रवेश करता है, सारे बंधनों से मुक्त हो जाता है. भगवान विश्वेश्वर का आशीर्वाद, एक अलौकिक ऊर्जा यहां आते ही हमारी अंतर-आत्मा को जागृत कर देती है.
2. पीएम मोदी ने कहा कि विश्वनाथ धाम का ये पूरा नया परिसर एक भव्य भवन भर नहीं है. ये प्रतीक है हमारे भारत की सनातन संस्कृति का. ये प्रतीक है हमारी आध्यात्मिक आत्मा का. ये प्रतीक है भारत की प्राचीनता का, परंपराओं का, भारत की ऊर्जा का गतिशीलता का. आप यहां जब आएंगे तो केवल आस्था के दर्शन नहीं करेंगे. आपको यहां अपने अतीत के गौरव का अहसास भी होगा. कैसे प्राचीनता और नवीनता एक साथ सजीव हो रही हैं, कैसे पुरातन की प्रेरणाएं भविष्य को दिशा दे रही हैं. इसके साक्षात दर्शन विश्वनाथ धाम परिसर में हम कर रहे. आज भगवान शिव का प्रिय दिन सोमवार है. आज विक्रम संवत 2078 मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष दशमी तिथि, एक नया इतिहास रच रही है. हमारा सौभाग्य है कि हम इस तिथि के साक्षी बन रहे हैं.
3. पीएम मोदी ने कहा कि पहले यहां जो मंदिर क्षेत्र केवल तीन हजार वर्ग फीट में था, वो अब करीब 5 लाख वर्ग फीट का हो गया है. अब मंदिर और मंदिर परिसर में 50 से 75 हजार श्रद्धालु आ सकते हैं. यानि पहले मां गंगा का दर्शन-स्नान, और वहां से सीधे विश्वनाथ धाम. काशी तो काशी है! काशी तो अविनाशी है. काशी में एक ही सरकार है, जिनके हाथों में डमरू है, उनकी सरकार है. जहां गंगा अपनी धारा बदलकर बहती हों, उस काशी को भला कौन रोक सकता है.
4. पीएम मोदी ने कहा कि हमारी इस वाराणसी ने युगों को जिया है, इतिहास को बनते बिगड़ते देखा है. कितने ही कालखंड आये, कितनी ही सल्तनतें उठी और मिट्टी में मिल गई. फिर भी बनारस बना हुआ है. बनारस अपना रस बिखेर रहा है. आतातायियों ने इस नगरी पर आक्रमण किए, इसे ध्वस्त करने के प्रयास किए. औरंगजेब के अत्याचार, उसके आतंक का इतिहास साक्षी है. जिसने सभ्यता को तलवार के बल पर बदलने की कोशिश की. इस देश की मिट्टी बाकी दुनिया से कुछ अलग है. यहां अगर औरंगजेब आता है तो शिवाजी भी उठ खड़े होते हैं. अगर कोई सालार मसूद इधर बढ़ता है तो राजा सुहेलदेव जैसे वीर योद्धा उसे हमारी एकता की ताकत का अहसास करा देते हैं. अंग्रेजों के दौर में भी, हेस्टिंग का क्या हश्र काशी के लोगों ने किया था, ये तो काशी के लोग जानते ही हैं.
5. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण, भारत को एक निर्णायक दिशा देगा, एक उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएगा.
ये परिसर, साक्षी है हमारे सामर्थ्य का, हमारे कर्तव्य का. अगर सोच लिया जाए, ठान लिया जाए, तो असंभव कुछ भी नहीं. जिस तरह काशी अनंत है वैसे ही काशी का योगदान भी अनंत है. काशी के विकास में इन अनंत पुण्य आत्माओं की ऊर्जा शामिल है. इस विकास में भारत की अनंत परंपराओं की विरासत शामिल है. इसलिए हर मत-मतांतर के लोग, हर भाषा वर्ग के लोग यहां आते हैं.
6. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हर भारतवासी की भुजाओं में वो बल है, जो अकल्पनीय को साकार कर देता है. हम तप जानते हैं, तपस्या जानते हैं, देश के लिए दिन-रात खपना जानते हैं. चुनौती कितनी ही बड़ी क्यों ना हो, हम भारतीय मिलकर उसे परास्त कर सकते हैं. याद रखिये जैसी दृष्टि से हम खुद को देखेंगे, वैसी ही दृष्टि से विश्व भी हमें देखेगा. मुझे खुशी है कि सदियों की गुलामी ने हम पर जो प्रभाव डाला था, जिस हीन भावना से भारत को भर दिया गया था. अब आज का भारत उससे बाहर निकल रहा है.
7. पीएम मोदी ने कहा कि आज का भारत अपनी खोई हुई विरासत को फिर से संजो रहा है. यहां काशी में तो माता अन्नपूर्णा खुद विराजती हैं. मुझे खुशी है कि काशी से चुराई गई मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा, एक शताब्दी के इंतजार के बाद अब फिर से काशी में स्थापित की जा चुकी है.
8. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज का भारत सिर्फ सोमनाथ मंदिर का सौन्दर्यकरण ही नहीं करता बल्कि समुद्र में हजारों किलो मीटर ऑप्टिकल फाइबर भी बिछा रहा है. आज का भारत सिर्फ बाबा केदारनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार ही नहीं कर रहा बल्कि अपने दम पर अंतरिक्ष मे भारतीयों को भेजने की तैयारी में जुटा है. आज का भारत सिर्फ अयोध्या में प्रभु श्रीराम का मंदिर ही नहीं बना रहा है, बल्कि हर जिले में मेडिकल कॉलेज भी बना रहा है. आज का भारत सिर्फ बाबा विश्वनाथ धाम को भव्य रूप ही नहीं दे रहा बल्कि गरीब के लिए करोड़ों पक्के घर भी बना रहा है.
9. पीएम मोदी ने देश से अपील की है. उन्होंने कहा है कि मैं आज आपसे अपने लिए नहीं, देश के लिए कुछ मांगता हूं. मैं आपसे तीन संकल्प चाहता हूं. स्वच्छता. सृजन और आत्मनिर्भर भारत के लिए निरंतर प्रयास.
10. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत 130 करोड़ देशवासियों के प्रयासों से, सबके प्रयास से आगे बढ़ रहा है. महादेव की कृपा से, हर भारतवासी के प्रयास से हम आत्मनिर्भर भारत का सपना सच होता देखेंगे.