नई दिल्ली: जहांगीरपुरी में हनुमान जन्मोत्सव के दौरान निकाली जा रही शोभायात्रा पर पथराव और हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस ने जहांगीरपुरी में सीसीटीवी कैमरे लगा दिए हैं. जानकारी के अनुसार, पुलिस यहां एक अस्थायी निगरानी स्टेशन भी स्थापित करेगी.
बुधवार को उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने स्थानीय पुलिस की मदद से जहांगीरपुरी इलाके में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाकर दुकानों पर बुलडोजर चला दिए थे. इस अभियान के तहत एक मस्जिद के पास कई अतिक्रमण तोड़ दिए थे. एनडीएमसी के अधिकारियों ने जेसीबी/बुलडोजर की मदद से फुटपाथ पर अस्थायी खोखे, रैंप को हटा दिया.
भारी पुलिस बल तैनात
अतिक्रमण हटाने के अभियान के दौरान, आठ ट्रक और चार मिनी टाटा ऐस को 70-80 की जनशक्ति, एनडीएमसी के अधिकारियों और भारी पुलिस बल के साथ तैनात किया गया था. कुशल सिनेमा के पास करीब दो किलोमीटर सड़क को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया, 25 सामान जब्त किया गया और 20 टन कचरा उठाया गया.
इस बीच कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को हिंसा प्रभावित जहांगीरपुरी का दौरा किया लेकिन पुलिस ने उस इलाके में जाने से रोक दिया जहां अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया गया था. कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल में पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन और राज्य इकाई के एआईसीसी प्रभारी शक्तिसिंह गोहिल शामिल थे.
शनिवार को हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच पथराव, आगजनी और गोलीबारी सहित हिंसक झड़पें हुईं. इसमें आठ पुलिस कर्मियों और एक स्थानीय निवासी को चोटें आई हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने लगाई रोक
जहांगीरपुरी में अतिक्रमण हटाओ अभियान को लेकर सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान कोर्ट ने दिल्ली में एमसीडी की कार्रवाई पर रोक लगा दी है तो वहीं दूसरी ओर यह भी कहा है कि पूरे देश में इस तरह एक साथ रोक का आदेश नहीं दिया जा सकता है.
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