डीएनए हिंदी: भारत की उड़नपरी के नाम से मशहूर पूर्व धावक पीटी उषा (PT Usha) बेहद परेशानी के दौर से गुजर रही हैं. उषा दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भावुक हो गईं. उन्होंने आरोप लगाया कि केरल के कोझिकोड में मौजूद उनकी एकेडमी ‘उषा स्कूल ऑफ एथलेटिक्स’ पर कुछ दंबग लोग अवैध निर्माण कर रहे हैं. इस एकेडमी में देश देशभर से बच्चियां आती हैं. ये उनकी सुरक्षा का मामला है. उन्होंने मुख्यमंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है.
पीटी उषा ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि 'उषा स्कूल ऑफ एथलेटिक्स' के खिलाड़ी कुछ समय से इस तरह के उत्पीड़न और सुरक्षा संबंधी मुद्दों का सामना कर रहे हैं. राज्यसभा सांसद बनने के बाद उन्हें निशाना बनाया जा रहा है. उषा को जुलाई 2022 में भाजपा द्वारा उच्च सदन के लिए मनोनीत किया गया था. उड़नपरी ने केरल में वामपंथी सरकार और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से इस मामले में हस्तक्षेप करने और परिसर में कथित अतिक्रमण और अवैध घुसपैठ को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने और वहां महिला एथलीट की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की.
IND vs AUS: पोंटिंग, ब्रेट ली और क्लार्क के रहते टीम इंडिया ने नागपुर में चटाई थी ऑस्ट्रेलिया को धूल, जानें मैदान का इतिहास
CM को दी शिकायत
उन्होंने कहा, "उषा स्कूल में 25 महिला एथलीट में से 11 उत्तर भारत से हैं. उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है. मैंने इस संबंध में मुख्यमंत्री को एक लिखित शिकायत दी है. उषा ने यह भी कहा कि परिसर में बड़े पैमाने पर कूड़ा डाला जा रहा है, जिसे मादक पदार्थ माफिया का भी खतरा है, लेकिन स्थानीय पंचायत, अकादमी प्रबंधन को चारदीवारी नहीं बनाने दे रहा है. उन्होंने कहा कि परिसर के ठीक बीच में किसी ने अवैध निर्माण किया और जब हमने पूछा तो उन्होंने कहा कि उन्हें इसके लिए पंचायत अधिकारियों की मंजूरी है. इस अतिक्रमण पर सवाल उठाने पर स्कूल प्रबंधन को भी अभद्र व्यवहार का शिकार होना पड़ा."
ये भी पढ़ें- Adani Group के मामले में एक्शन में SEBI, कहा- बाजार से नहीं होने देंगे खिलवाड़, कार्रवाई पर कही ये बात
उषा ने कहा कि 30 एकड़ जमीन जहां उषा स्कूल ऑफ एथलेटिक्स स्थित है, उन्हें राज्य की ओमन चांडी के नेतृत्व वाली पिछली कांग्रेस सरकार ने 30 साल के लिए पट्टे पर दी थी. यह पूछे जाने पर कि भाजपा द्वारा राज्यसभा के लिए मनोनीत किए जाने के बाद क्या उनकी एकेडमी के लोगों को उत्पीड़न और दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ रहा है, उन्होंने कहा कि प्रत्येक राजनीतिक दल की आदत है कि वे उन्हें अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी का सदस्य मानते हैं.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस कहेगी कि मैं माकपा की समर्थक हूं, जबकि मार्क्सवादी पार्टी कहेगी कि मेरा भाजपा से जुड़ाव है. मेरी कोई राजनीति नहीं है और मैं हरसंभव तरीके से हर किसी की मदद करती रही हूं.’
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.