डीएनए हिंदी: मणिपुर में मैतेई, कुकी और नागा समुदायों के बीच भड़की हिंसा थमी नहीं है. हिंसा पर गृहमंत्री की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी मणिपुर पहुंचे हैं. उनके काफिले को सुरक्षाबलों ने रोकने की कोशिश की है. काफिला रुकने पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने केंद्र और राज्य सरकार पर सवाल खड़े किए हैं.
प्रियंका गांधी ने कहा कि राहुल गांधी लोगों का दर्द बांटने के लिए मणिपुर गए हैं. उन्होंने वहां लोगों को शांति का संदेश देने के लिए कहा कि भाजपा सरकार को भी ऐसा ही करना चाहिए. प्रियंका गांधी ने केंद्र और राज्य सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं.
'मणिपुर में राहुल गांधी को रोक रही है सरकार'
प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, 'शांति और सद्भाव के लिए प्रयास करना और काम करना हर देशभक्त का कर्तव्य है. राहुल गांधी मणिपुर में वहां के लोगों का दर्द बांटने और शांति का संदेश देने गए हैं. BJP सरकार को भी ऐसा ही करना चाहिए. सरकार राहुल गांधी को वहां जाने से क्यों रोकना चाहती है?'
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'राहुल हिंसा पीड़ित परिवारों को देना चाहते हैं दिलासा'
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने मणिपुर और केंद्र की BJP सरकारों पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'चाहे कुछ भी हो, राहुल गांधी प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे और प्रभावित लोगों से मिलेंगे.' सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मणिपुर का दौरा करना चाहिए, जो पिछले दो महीनों से जल रहा है. इसके बजाय, उनकी सरकार राहुल गांधी जैसे नेताओं को रोक रही है, जो हिंसा से प्रभावित लोगों के आंसू पोछना चाहते हैं.'
'मणिपुर के लिए पीएम मोदी के लिए नहीं वक्त, कांग्रेस ने किया तंज'
सुप्रिया ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, 'मोदीजी के पास 'मेरा बूथ सबसे मजबूत' जैसे पार्टी कार्यक्रमों के प्रचार और समीक्षा के लिए पूरा समय था, लेकिन उनके पास मणिपुर के लिए समय नहीं था. दो महीने बाद भी प्रधानमंत्री ने मणिपुर में हिंसा की निंदा नहीं की है और न ही शांति की अपील की है.'
'मणिपुर में नहीं रुकेंगे राहुल गांधी'
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, 'डबल इंजन की उपद्रवी सरकार राहुल गांधी को रोकने की कितनी भी कोशिश कर ले, इतिहास इस बात का गवाह है कि वह प्रशासन द्वारा रोके जाने के बावजूद उन सभी जगहों पर पहुंचे हैं, जहां जाने का उन्होंने संकल्प लिया था, चाहे वह भट्टा परसौल हो, हाथरस हो या लखीमपुर खीरी.
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राहुल गांधी राहत शिविरों में शरण लिए हुए प्रभावित परिवारों से मिलने के लिए मणिपुर के दो दिवसीय दौरे पर हैं. चुराचांदपुर में उनके काफिले को रोक दिया गया. वह गुरुवार सुबह पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ इंफाल पहुंचे. (इनपुट: IANS)
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