राहुल गांधी ने लिया सत्यपाल मलिक का इंटरव्यू, जानिए किसने और क्यों बंद कर दिया था पूर्व राज्यपाल को कमरे में

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Oct 25, 2023, 06:14 PM IST

Rahul Gandhi ने Satyapal Malik का इंटरव्यू लिया है.

Rahul Gandhi Satyapal Malik: जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के इन दिनों भाजपा सरकार के साथ संबंध बिगड़े हुए हैं. ऐसे में राहुल गांधी ने उनका इंटरव्यू लिया है, जिसमें कई तीखे मुद्दे उठे हैं. 

डीएनए हिंदी: Rahul Gandhi YouTube Channel- जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक आजकल भाजपा और मोदी सरकार के खिलाफ बेहद मुखर हैं. वे लगातार केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं. ऐसे में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने यूट्यूब चैनल पर उनका इंटरव्यू लिया है, जिसमें दोनों ने पीएम मोदी की सरकार से लेकर पुलवामा टैरर अटैक, अग्निवीर, फसलों के MSP, जातीय जनगणना, किसान आंदोलन और मणिपुर हिंसा जैसे मुद्दों पर बातचीत की है. करीब आधे घंटे लंबे इंटरव्यू में जहां एकतरफ सत्यपाल मलिक ने केंद्र सरकार पर जमकर जुबानी हमले किए, वहीं राहुल गांधी ने भी उनका साथ दिया. इस दौरान मलिक ने सबसे करारा हमला एक बार फिर पुलवामा अटैक को लेकर ही किया, जिसमें उन्होंने राज्यपाल होने के बावजूद उन्हें शहीदों के परिजनों से नहीं मिलने से रोकने के लिए एयरपोर्ट पर कमरे में बंद करने का बड़ा आरोप भी मोदी सरकार पर लगाया है. मलिक ने साल 2024 के लोकसभा चुनावों को लेकर भी बड़ी भविष्यवाणी की है.

'ED-CBI की भागदौड़ बढ़ा देगी ये बातचीत'

सत्यपाल मलिक का इंटरव्यू करने को लेकर राहुल गांधी ने भी केंद्र सरकार पर तंज कसा है. उन्होंने इस इंटरव्यू को सोशल मीडिया पर शेयर किया है. साथ ही लिखा है कि क्या ये संवाद ED-CBI की भाग दौड़ बढ़ा देगा.  

'सरकार रोक सकती थी पुलवामा अटैक'

मलिक ने आरोप लगाया कि पुलवामान अटैक को केंद्र सरकार चाहती तो रोक सकती थी. सरकार की लापरवाही ने इतने जवानों की जान ली है. CRPF ने जवानों को ले जाने के लिए विमान मांगा था, जो केंद्र सरकार ने देने से इनकार कर दिया. इसके बाद सीआरपीएफ काफिले के दौरान रास्ते में सही तरीके से चेकिंग भी नहीं कराई गई. इन्ही सब कारणों से आतंकी इस हमले को अंजाम देने में सफल रहे. उन्होंने एक बार फिर इस हमले की स्वतंत्र जांच कराने की मांग की है.

'सुरक्षा के नाम पर मुझे कमरे में बंद रखा'

मलिक ने यह भी आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीर का राज्यपाल होने के नाते जब वे पुलवामा हमले के शहीदों के परिजनों से मिलना चाहते थे तो केंद्र सरकार ने यह भी नहीं होने दिया. उन्होंने कहा, मैं जब एयरपोर्ट पर शहीदों के परिजनों से मिलने पहुंचा तो मुझे एक कमरे में लॉक कर दिया गया. मुझे कहा गया कि आपकी सुरक्षा को खतरा था, इस कारण ऐसा किया गया. उन्होंने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर में हालात ठीक करने के लिए फोर्स काम नहीं आएगी. इसके लिए आपको वहां के लोगों का विश्वास जीतना होता है. मैंने उन लोगों को विश्वास में लिया था. 

'जम्मू-कश्मीर को तुरंत मिले राज्य का दर्जा'

जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाकर उसका विशेष दर्जा खत्म करने और राज्य के बजाय उसे केंद्र शासित प्रदेश बनाने का फैसला सत्यपाल मलिक के राज्यपाल रहते हुए ही किया गया था. उन्होंने इंटरव्यू में कहा, जम्मू-कश्मीर के लोगों को अनुच्छेद-370 हटाने से भी ज्यादा राज्य का दर्जा खत्म करने का बुरा लगा है. जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा तुरंत वापस मिलना चाहिए. इस पर राहुल गांधी भी वीडियो इंटरव्यू में उनसे सहमति जताते हुए दिखते हैं. राहुल ने कहा, जम्मू में मुझे भी लोग खुश नहीं दिखे थे.

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