Rahul Gandhi in US: लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने अमेरिका में एक कार्यक्रम के दौरान अपनी भारत जोड़ो यात्रा से लेकर भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पर बात की है. उन्होंने अध्यात्म को लेकर भी अपना नजरिया जाहिर किया है. राहुल गांधी ने डलास में यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास में छात्रों से बातचीत के दौरान अध्यात्म और राजनीति का अनूठा मिश्रण पेश किया. उन्होंने आत्मकेंद्रित होने की अहमियत के साथ ही राजनीति में प्यार की ताकत पर भी बात की. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने हिंदू अध्यात्म पर बात करते हुए बताया कि किस तरह उन्हें इसकी मदद से नया राजनीतिक नजरिया अपनाने में मदद मिली. राहुल गांधी से जब भाजपा के खिलाफ भारत जोड़ो यात्रा शुरू करने को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह किसी दूसरे के खिलाफ नहीं बल्कि मेरी खुद अपने खिलाफ यात्रा थी. इस यात्रा ने मेरे अंदर कई बदलाव किए और मेरा राजनीतिक नजरिया पूरी तरह बदल दिया है. इससे मुझे और मेरी टीम को बहुत सारी बातें सीखने को मिलीं.
'संवाद के रास्ते बंद होने पर निकले पैदल'
राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत का कारण भी साझा किया. उन्होंने कहा,'हमारे लिए भारत में संचार के सभी रास्ते बंद हो चुके थे. संसद में दिए भाषण टीवी पर नहीं दिखाए जाते थे. मीडिया हमारी अनदेखी कर रहा था और कानूनी मदद भी नहीं मिल रही थी. ऐसे में हमने लोगों के पास सीधे जाने का तरीका चुना और इसी कारण हमने पूरे देश में 4,000 किलोमीटर की यात्रा करने का निर्णय लिया था.' राहुल गांधी ने कहा कि इस यात्रा की शुरुआत में दिक्कत हुई. घुटनों की समस्या हुई, रोजाना सुबह उठकर 10 किलोमीटर पैदल चलने के कारण शुरुआत में 3-4 दिन मुझे लगा कि ये क्या कर दिया? बाद में समय के साथ यात्रा ने मेरे अंदर कई तरह के बदलाव किए. इसके चलते मेरा और मेरी टीम का राजनीतिक नजरिया, लोगों के प्रति सोच और उनसे कम्युनिकेशन का तरीका, सबकुछ बदल गया.
'राजनीति में प्रेम की अवधारणा पेश की'
राहुल गांधी ने कहा,'हमारी यात्रा ने भारतीय राजनीति में प्रेम की अवधारणा को पेश किया. यह मेरे लिए सबसे अहम सीख थी कि राजनीति में प्रेम से काम हो सकता है, जिसके लिए अमूमन भारतीय राजनीति में जगह नहीं होती है. यहां नफरत, गुस्सा, अन्याय और भ्रष्टाचार जैसी बातें ही अहम होती हैं. भारत जोड़ो यात्रा ने इस नए विचार को भारतीय राजनीति में जगह दे दी और यही सबसे अहम है.' गांधी ने कहा कि यह यात्रा सिर्फ एक शारीरिक यात्रा नहीं थी, बल्कि यह एक आत्मिक और राजनीतिक यात्रा भी थी जिसने उनके और उनकी टीम के दृष्टिकोण को बदल दिया.
'लोकसभा चुनावों ने खत्म कर दिया भाजपा का डर'
राहुल गांधी ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 के रिजल्ट ने लोगों के मन से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा का डर खत्म कर दिया है. भाजपा के अपने दम पर बहुमत हासिल नहीं कर पाने के कुछ मिनट बाद ही हमने देखा कि भारत में कोई भी प्रधानमंत्री या भापजा से नहीं डरता है. राहुल ने कहा,'चुनावी नतीजा उनकी या कांग्रेस की जीत नहीं है बल्कि भारतीय लोगों की इच्छा का प्रतिबिंब है. भारत के लोग संविधन और लोकतांत्रिक मूल्यों को कमजोर करने के सरकार के कथित प्रयासों के खिलाफ खड़े हुए. उन्होंने साबित किया कि हम अपने धर्म, अपने देश पर हमला स्वीकार नहीं करते हैं.'
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