डीएनए हिंदीः उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Violence) में हुई हिंसा का मामला संसद में गूंजेगा. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लखीमपुर मामले पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है. एसआईटी ने इसे दुर्घटना नहीं बल्कि सोची समझी साजिश बताया है. इस मामले में दुर्घटना की धाराएं हटाकर कई गंभीर धाराएं जोड़ी गई है. इस मामले में आईपीसी की धाराएं 120बी, 307, 34 और 326 बढ़ाई गई हैं. एसआईटी रिपोर्ट आने के बाद आरोपियों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. राहुल गांधी ने अपने नोटिस में लिखा कि यूपी पुलिस की एसआईटी रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि लखीमपुर में किसानों का नरसंहार एक पूर्व नियोजित साजिश थी, न कि कोई लापरवाही. राहुल गांधी ने सरकार से गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा को तुरंत बर्खास्त करने की मांग की.
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गौरतलब है कि लखीमपुर हिंसा में 8 लोगों की मौत हुई थी. लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र को आरोपी बनाया गया है. घटना के बाद कुछ दिनों की लुकाछिपी के बाद पुलिस ने आशीष मिश्र को हिरासत में लेकर पूछताछ की. इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. इस मामले में अजय मिश्र टेनी का दावा है कि जिस वक्त यह घटना हुई उस वक्त आशीष मिश्र मौके पर नहीं था. इस मामले को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर सवाल उठा रहा था. मामले की जांच एसआईटी के अलावा यूपी सरकार के आयोग द्वारा भी की जा रही है. एसआईटी की ओर से सीजेएम कोर्ट ने दिए गए हलफनामे में कहा गया है कि इस वारदात को जान से मारने की नीयत से अंजाम दिया गया था.
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हादसे में चार लोगों की एसयूवी गाड़ी से कुचलने से मौत हो गई थी. वहीं इसके बाद भीड़ ने एक गाड़ी को घेर लिया जिसके बाद चार लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. इनमें एक पत्रकार और बीजेपी कार्यकर्ता शामिल थे. इस मामले को लेकर विपक्ष ने सरकार पर निशाना साथा. मामला सुप्रीम कोर्ट तक जा पहुंचा है.