उत्तर प्रदेश के दो विधायकों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हो गए हैं. लखनऊ की एक विशेष अदालत ने दोनों विधायकों समेत डेढ़ दर्जन लोगों को गिरफ्तार कर पेश किए जाने का आदेश दिया है. विधायक बेदीराम और विधायक विपुल दुबे के खिलाफ ये गिरफ्तारी वारंट 18 साल पुराने रेलवे ग्रुप-डी भर्ती परीक्षा पेपर लीक (Railway Group D Recruitment Case Paper Leak) मामले में जारी किए गए हैं. इस केस में दोनों विधायकों को उत्तर प्रदेश पुलिस की एसटीएफ ने आरोपी बनाते हुए मुकदमा दर्ज किया था.
26 जुलाई तक वारंट तामील कराने का आदेश
विशेष जज पुष्कर उपाध्याय ने विधायक बेदीराम और विपुल दुबे के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं. रेलवे पेपर लीक (Railway Paper Leak) में 19 आरोपियों के खिलाफ ये वारंट अदालत में हाजिर नहीं होने के चलते जारी किए गए हैं. जज उपाध्याय ने कृष्णानगर थाने के इंस्पेक्टर को ये गिरफ्तारी वारंट 26 जुलाई तक आरोपियों को तामील कराने का आदेश दिया गया है. इसके बावजूद आरोपियों के पेश नहीं होने पर उन्हें गिरफ्तार करने का आदेश दिया गया है.
विधायकों के पास मिला था लीक पेपर
साल 2006 में रेलवे की ग्रुप-डी भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हुआ था. इस मामले की जांच यूपी पुलिस की एसटीएफ को सौंपी गई थी. एसटीएफ के तत्कालीन अपर पुलिस अधीक्षक और उनकी टीम ने जांच के बाद पेपर लीक का खुलासा किया था. इस मामले में 26 फरवरी, 2006 को एसटीएफ ने कृष्णानगर थाने में FIR दर्ज कराई थी, जिसमें दोनों विधायकों समेत 19 आरोपियों के पास से रेलवे भर्ती ग्रुप-डी परीक्षा का प्रश्न पत्र बरामद होने का दावा किया गया था. इसके बाद से मामले में लगातार सुनवाई चल रही है.
किन सीटों से चुने गए हैं दोनों विधायक
बेदीराम राज्य सरकार में हिस्सेदारी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के विधायक हैं. उन्होंने गाजीपुर की जखनिया विधानसभा सीट से चुनाव जीता था, जबकि विपुल दुबे निषाद पार्टी के विधायक हैं. निषाद पार्टी भी सत्ताधारी गठबंधन का हिस्सा है. विपुल दुबे ने भदोही जिले की ज्ञानपुर सीट से चुनाव जीता था.
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