डीएनए हिंदी: Weather Updates- चिलचिलाती गर्मी के बीच अचानक बदले मौसम के बाद रिकॉर्डतोड़ बारिश ने दोबारा ठंड लौटा दी है, लेकिन इस बारिश के कारण उत्तर भारत के सभी राज्यों में फसलों को भारी नुकसान हुआ है. खासतौर पर गेहूं की फसल और मौसमी सब्जियों को ज्यादा नुकसान हुआ है, जिसका असर सीधा आपकी थाली के स्वाद पर पड़ने जा रहा है. खेतों में तैयार खड़ी सरसों और चने की फसलों को भी नुकसान पहुंचा है. उधर, मौसम विभाग ने कहा है कि बेमौसमी बारिश का कहर अभी थमने नहीं जा रहा है. मौसम विभाग के मुताबिक, अभी 24 मार्च से फिर बारिश के दौर चलेंगे, जिससे तापमान अभी और नीचे जा सकता है.
मंगलवार को सामान्य से 5 डिग्री कम रहा दिल्ली का तापमान
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत आसपास के सभी इलाकों में सोमवार रात से मंगलवार सुबह तक पानी बरसता रहा. इसने तापमान बेहद नीचे गिरा दिया है. लोगों को दोबारा कंबल निकालने पड़े हैं. मंगलवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान सामान्य से 5 डिग्री कम 25.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से 2 डिग्री कम 14.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
बेमौसमी बारिश से इन राज्यों में हुआ है नुकसान
बेमौसमी बारिश से उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश और राजस्थान में गेहूं की फसल बेहद प्रभावित हुई है. जहां फसल जल्दी बोई गई थी और पककर तैयार हो चुकी थी, वहां ज्यादा नुकसान हुआ है. इससे बाजार में गेहूं की कीमतें तेजी से ऊपर जाना तय लग रहा है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मध्य प्रदेश में गेहूं की फसल कितनी प्रभावित हुई है, इसका सर्वे कराया जा रहा है. करीब 30 हजार हेक्टेयर फसल के प्रभावित होने की संभावना है. सरसों और चने की 30 फीसदी फसल खराब हो गई है. उत्तर प्रदेश में भी बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान का सर्वे कराया जा रहा है. पंजाब में करीब 1.5 लाख हेक्टेयर गेहूं की फसल बारिश और तेज हवाओं के कारण जमीन पर गिरकर खराब हो जाने का अनुमान है. हरियाणा में 20 फीसदी से ज्यादा फसल को नुकसान पहुंचा है, जबकि राजस्थान में 38 हजार हेक्टेयर सरसो और 6 हजार हेक्टेयर चने की फसल खराब हुई है. जीरा और इसबगोल की फसल को भी भारी नुकसान हुआ है. गेहूं की फसल भी बड़े पैमाने पर खराब हुई है.
केंद्र सरकार ने मांगी राज्यों से नुकसान की रिपोर्ट
केंद्र सरकार ने बारिश और ओलावृष्टि के कारण हुए नुकसान की रिपोर्ट राज्यों से मांगी है. रिपोर्ट के आधार पर केंद्र सरकार राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से मुआवजा देगी.
पश्चिम विक्षोभ फिर होगा एक्टिव, 24 मार्च से फिर बरसेगा पानी
मौसम विभाग के मुताबिक, बुधवार को भी बादल छाए रहेंगे, लेकिन बारिश होने के आसार कम हैं. हालांकि 23 मार्च को फिर से पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव हो जाएगा, जिससे 24 मार्च से उत्तर भारतीय राज्यों में फिर से बारिश और ओलावृष्टि का एक दौर चलेगा.
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