डीएनए हिंदीः उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले यूपी को एक और सौगात मिलने जा रही है. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी आज 63 किलोमीटर लंबे लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे (Lucknow-Kanpur Expressway) का भूमि पूजन करेंगे. यह देश का पहला ऐसा एक्सप्रेसवे होगा जिसे NHAI यानी भारतीय राष्ट्रीय राज्य मार्ग प्राधिकरण 3D ऑटोमेटड मशीन गाइडेंस (AMG) मॉड्यूल से तैयार करेगा. इस तकनीक के इस्तेमाल से हाईवे को बनाने की रफ्तार दुगनी हो जाएगी.
2023 में बनकर होगा तैयार
4200 करोड़ की लागत से बनने जा रहे इस एक्सप्रेसवे का काम जल्द ही शुरू हो जाएगा. यह 6 लेन एक्सप्रेसवे दिसंबर 2023 तक बनकर तैयार हो जाएगा. इस लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस की लंबाई 63 किमी होगी. इससे इन दोनों शहरों के बीच की दूरी महज 45 मिनट में पूरी कर सकेंगे. यह प्रोजेक्ट अमौसी एयरपोर्ट से शुरू होकर उन्नाव होते हुए कानपुर के प्रस्तावित रिंग रोड से जुड़ेगा.
क्या है 3D AMG टेक्नोलॉजी है?
इसे 3D ऑटोमेटेड मशीन गाइडेंस कहा जाता है. इसमें आधुनिक 3D का इस्तेमाल ऑटोमेटिक चलने वाली मशीनों के दिशानिर्देशों के लिए किया जाता है. इन मशीनों को चलाने के लिए GPD यानी ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) टेक्नोलॉजी के साथ 3 डी मॉडलिंग डेटा का इस्तेमाल किया जाता है. यह तकनीक ऑटोमेटेड मशीनों को हाईवे डेवलपमेंट के लिए रियल टाइम गाइडेंस देती है. इस तकनीक के इस्तेमाल से निर्माण की फोन और कंप्यूटर पर ही रियल टाइम में डेवलपमेंट की निगरानी हो सकेगी. इससे निर्माण में समय और पैसे की बचत होगी.