Rajouri Terror Attack की पूछताछ के लिए हिरासत में लिए थे तीन संदिग्ध, अब मिली लाश, कश्मीर में मचा हंगामा

Written By कुलदीप पंवार | Updated: Dec 23, 2023, 05:22 PM IST

Rajouri Encounter: भारतीय सुरक्षाबलों ने डेरा की गली के जंगल में आतंकियों को लगातार घेर रखा है. (Photo- ANI)

Kashmir Encounter: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने तीनों की मौत की हाई लेवल इंक्वायरी की मांग की है. साथ ही भाजपा के 'नया कश्मीर' स्लोगन का मजाक उड़ाया है.

डीएनए हिंदी: Rajouri Terror Attack Updates- जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच चल रहा एनकाउंटर चौथे दिन शनिवार को भी जारी है. हालांकि राजौरी जिले में हालात तनावपूर्ण हो गए हैं, क्योंकि सुरक्षा बलों द्वारा संदिग्ध मानकर सवाल-जवाब के लिए हिरासत में लिए गए तीन आम लोगों की रहस्यमयी हालात में मौत हो गई है. तीनों की लाश एनकाउंटर साइट के करीब ही मिली है, जिससे कई तरह के सवाल खड़े हो गए हैं. स्थानीय जनता जहां इसे लेकर बवाल पर उतर आई है, वहीं पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने इसे धोखा बताते हुए तीनों की मौत की हाई लेवल इंक्वायरी की मांग की है.

'यह कश्मीर का नया वर्जन है, जिसमें सेना भी सेफ नहीं'

महबूबा मुफ्ती ने भाजपा के 'नया कश्मीर' नारे का मजाक उड़ाया है. मुफ्ती ने कहा कि यह कश्मीर का नया वर्जन है, जिसमें सेना के जवान भी सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं. केंद्र सरकार और राज्य प्रशासन, दोनों पर आरोप लगाते हुए मुफ्ती ने आपस में सटे राजौरी और पुंछ जिलों में हालिया घटनाओं के चलते हालात के और बिगड़ने की आशंका जताई है.

'तीन की लाश मिली और 12 गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचे'

मुफ्ती ने दावा किया है कि सेना के काफिले पर हुए हालिया हमले में 5 जवानों की मौत के बाद 15 स्थानीय नागरिकों को हिरासत में लिया गया था. उन्होंने कहा कि इनमें से तीन की लाश संदिग्ध हालात में मिली है, जबकि बाकी 12 गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं. मुफ्ती ने इस बात पर जोर दिया कि ये इलाके आम तौर पर शांतिपूर्ण थे और स्थानीय लोग शायद ही कभी आतंकवाद में शामिल होते थे. यहां आतंकी घटनाओं में ज्यादातर विदेशी भागीदारी ही रही है. लेकिन अब यह इलाका सामान्य स्थिति के भाजपा के दावों का खंडन कर रहा है. 

अमशीपोरा शोपियां फेक एनकाउंटर का किया जिक्र

महबूबा मुफ्ती ने अमशीपोरा शोपियां फर्जी एनकाउंटर का जिक्र करते हुए तीनों युवाओं की मौत की हाई लेवल इंक्वायरी की मांग की है. साथ ही उनके परिवारों को तत्काल मुआवजा देने के साथ ही सुरक्षा बलों के कथित टॉर्चर से घायल हुए लोगों को भी जांच पूरी होने तक आर्थिक मदद दिए जाने की मांग की है. मुफ्ती ने सेना के जवानों और आम नागरिकों की हत्याओं की आलोचना की है. साथ ही सवाल उठाया है कि इन निर्दोष हत्याओं के खिलाफ कौन आवाज उठाएगा? मुफ्ती के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस ने भी आम नागरिकों की हत्या की जांच की मांग की और पार्टी हेडक्वार्टर के बाहर प्रदर्शन किया है. 

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