Ayodhya Ram Mandir के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का प्लान आया सामने, जानें गर्भगृह में PM मोदी के साथ और कौन रहेगा

Written By कुलदीप पंवार | Updated: Jan 02, 2024, 12:40 PM IST

Ayodhya Ram Mandir का निर्माण कार्य बेहद तेजी पर चल रहा है.

Ayodhya Ram Mandir Updates: श्रीराम जन्मभूमि में राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की घड़ी नजदीक आती जा रही है. अब खबर आई है कि रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के समय पीएम मोदी के साथ महज 5 लोग ही गर्भगृह में मौजूद रहेंगे.

डीएनए हिंदी: Ayodhya Ram Mandir Pran Pratishtha News- कई सदी बाद श्रीराम दोबारा अपनी जन्मभूमि में विराजमान होने को तैयार हैं. 2.7 एकड़ भूमि पर बन रहे भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का आयोजन 22 जनवरी को होगा, जिसके लिए सभी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद रहेंगे, यह पहले ही तय हो चुका था. अब यह भी तय हो गया है कि गर्भगृह में प्राण-प्रतिष्ठा के दौरान पीएम मोदी के साथ अन्य कौन लोग मौजूद रहेंगे. मिली जानकारी के मुताबिक, गर्भगृह में 5 लोगों को ही प्राण-प्रतिष्ठा के दौरान मौजूद रहने की योजना बनाई गई है. इन पांच लोगों में पीएम मोदी के अलावा उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत और मुख्य आचार्य सत्येंद्र दास मौजूद रहेंगे. 

रामलला को दिखाया जाएगा आईना

प्राण-प्रतिष्ठा में प्रभु श्रीराम की प्रतिमा पर्दे से ढकी रहेगी. पर्दा हटाने के बाद सबसे पहले रामलला को आईना दिखाकर उनके मनमोहक रूप के दर्शन उन्हें कराए जाएंगे. रामलला के अपना चेहरा देखने के बाद ही अन्य लोगों को उनके दर्शन की इजाजत मिलेगी. दलपूजा कराने का काम आचार्यों की 3 टीम करेंगी. पहला दल स्वामी गोविंददेव गिरी के नेतृत्व वाला, दूसरा दल कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य विजयेंद्र सरस्वती के नेतृत्व वाला और तीसरा दल काशी के 21 विद्वानों का रहेगा.

खास तैयारियां चल रही हैं इस समय अयोध्या में

अयोध्या में राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह को लेकर खास तैयारियां चल रही हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को ही अयोध्या के 84 कोसी परिक्रमा क्षेत्र में मांस बेचने या खाने और शराब बेचने या पीने पर रोक लगा दी है. यह रोक अब इस इलाके में हमेशा लागू रहेगी. अयोध्या रेलवे स्टेशन का नाम भी बदला जा चुका है. साथ ही 30 दिसंबर को पीएम मोदी श्रीराम इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन भी करेंगे. 

गर्भगृह में रहेंगी प्रभु राम की दो प्रतिमाएं

राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला की दो प्रतिमाएं प्रतिष्ठित की जाएंगी. इनमें एक प्रतिमा वो है, जो 1949 में स्वयंभू मानी गई थी. इसी प्रतिमा को रामलला स्वरूप मानकर अदालत में वादी माना गया था. यह प्रतिमा पहले कथित मस्जिद के ढांचे में और फिर तंबू में अस्थायी छत के नीचे रही है. इसके अलावा श्रीराम की एक बड़ी मूर्ति भी स्थापित की जाएगी, जिसका निर्माण खासतौर पर किया गया है. भगवान राम की प्रतिमा 17 जनवरी को नगर भ्रमण पर निकलेगी. इसके बाद वह मंदिर परिसर में दाखिल होगी. फिर 22 जनवरी को दोपहर 12.15 बजे से 12.45 बजे के बीच शुभ मुहूर्त में प्रतिमा का प्राण-प्रतिष्ठा समारोह आयोजित होगा.

70 एकड़ परिसर में 2.7 एकड़ का नागर शैली में राम मंदिर

राम मंदिर का परिसर कुल 70 एकड़ का है, जिसके अंदर 2.7 एकड़ में भव्य राम मंदिर बनाया जा रहा है. करीब 54 हजार वर्गफुट एरिया में बन रहे मंदिर भवन का निर्माण पूरा होने के बाद यह दुनिया का तीसरा सबसे विशाल हिंदू मंदिर होगा. इस मंदिर को नागर शैली में बनाया जा रहा है, जिसका डिजाइन अहमदाबाद के सोमपुरा परिवार ने तैयार किया है. यह परिवार 15 पीढ़ियों से मंदिरों के डिजाइन तैयार कर रहा है. मंदिर का डिजाइन खजुराहो के कंदरिया महादेव मंदिर और ओडिशा के लिंगराज मंदिर से प्रेरित है. 

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