भगवान राम पर मेहरबान 'ससुराल', गाड़ियों से लद-लदकर आ रहे सामान, अयोध्या होगी मालामाल

Written By अभिषेक शुक्ल | Updated: Jan 13, 2024, 12:10 PM IST

सीतामढ़ी कहलाती है भगवान राम की ससुराल.

मां सीता का मायका मिथिला क्षेत्र है. सीतामढ़ी जिले में उत्सव का माहौल है. वहां से रामलला के लिए खूब सामग्री आ रही है.

डीएनए हिंदी: अयोध्या में रामलला विराजमान होने वाले हैं. 22 जनवरी का इंतजार पूरा देश कर रहा है. इस पावन दिन पर भगवान राम की ससुराल मिथिला से 'संदेश' की तैयारी की जा रही है. 13 जनवरी को मां जानकी के मायके पुनौरा धाम से अयोध्या के लिए काफिला निकलने वाला है. इसमें 7 ट्रक, 101 छोटी-बड़ी गाड़ियां और 500 लोगों की टोली रवाना होने वाली है.

मां सीता मां की प्राक्ट्य स्थली पुनौरा धाम है. यहीं से रामलला की अयोध्या के लिए 'सनेश' भार समर्पण यात्रा निकलने वाली है. सुबह 10 बजे से महंत कौशल किशोर दास के नेतृत्व में यह यात्रा शुरू हो रही है. यह यात्रा शिवहर चकिया मधुबन से अयोध्या के लिए प्रस्थान करेगी.

पुनौरा धाम से निकाली जा रही है भव्य यात्रा
रामलला के आगमन पर अयोध्यावासियों में जबरदस्त उत्साह की लहर देखने को मिल रही है. लोग जगह-जगह राम का उद्घोष कर रहे हैं, रामलला के भक्त मगन नजर आ रहे हैं. मिथिलावासी अपने राम को पाहुन कहते हैं. मिथिला क्षेत्र जानकी जन्मभूमि पुनौराधाम से समर्पण यात्रा निकाली जा ही है.

राम की ससुराल से आ क्या रहा हैं?
इस यात्रा में मिथिला संस्कृति की झलक दिखने वाली है. लोग पाहुन राम के स्वागत के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के लिए सीतामढ़ी से गहने भेजे जा रहे हैं. चांदी के बन आ रहे हैं. सीता रसोई भी आ रही है. जाड़े का मौसम है इसलिए राम के लिए रजाई, तकिया, चादर, पर्दे लाए जा रहे हैं. लोग घर-घर से सनेश भार लेकर अयोध्या भेज रहे हैं.