डीएनए हिंदी: Ram Mandir Ayodhya Latest News- उत्तर प्रदेश के अयोध्या में रामलला को मंदिर में स्थापित किए जाने की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार ने 22 जनवरी को होने वाले इस आयोजन को भव्य बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी हुई है. हालांकि अधिकतर विपक्षी दलों ने इसे भाजपा का राजनीतिक ड्रामा बताते हुए राम मंदिर उद्घाटन समारोह (Ram Mandir Inauguration) में नहीं जाने का निर्णय लिया है. साथ ही भाजपा पर उद्घाटन समारोह को लेकर निशाना साधने का कोई भी मौका विपक्षी दल नहीं छोड़ रहे हैं.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने भी मंगलवार को भाजपा पर इस समारोह को लेकर तीखा निशाना साधा है. राम मंदिर उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होने की घोषणा कर चुकीं ममता ने कहा कि भाजपा इस आयोजन के जरिये दिखावे की 'नौटंकी' कर रही है. ममता ने उद्घाटन समारोह का आयोजन लोकसभा चुनाव से पहले कराने को लेकर भी सवाल उठाया है.
'समाज को धर्म के आधार पर बांटने वाले उत्सवों में नहीं जाती'
ममता बनर्जी मंगलवार को दक्षिणी 24 परगना जिले के जॉयनगर में एक जनसभा में पहुंची. उन्होंने अपने समर्थकों को राम मंदिर उद्घाटन में नहीं जाने की सफाई दी. उन्होंने कहा, मैं उन उत्सवों का समर्थन नहीं करतीं, जिनमें दूसरे समुदायों को अलग-थलग किया जाता है. मैं भीड़ को धर्म के आधार पर बांटने में यकीन नहीं करती हूं.
ममता बनर्जी ने कहा, मैं सभी समुदायों के लोगों को साथ लेकर चलने में यकीन करती हूं और एकता की बात करती हूं. भाजपा यह (राम मंदिर उद्घाटन) कोर्ट के निर्देशों के तहत कर रही है, लेकिन लोकसभा चुनावों से पहले इसे एक नौटंकी की तरह आयोजित किया जा रहा है. मैं लोगों को धार्मिक आधार पर बांटने में यकीन नहीं करती हूं.
6,000 से ज्यादा लोग शामिल होंगे प्राण प्रतिष्ठा समारोह में
अयोध्या में राम मंदिर उसी जमीन पर बन रहा है, जहां हजारों साल पहले भगवान राम का जन्म होने की बात मानी जाती है. 125 साल से ज्यादा लंबी कानूनी लड़ाई के बाद बन रहे मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को होना है. उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा में मुख्य यजमान के तौर पर शामिल होंगे, जबकि उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत देश-विदेश से आए 6,000 से ज्यादा आमंत्रित मेहमान भी इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बनेंगे. इनके अलावा समारोह में शामिल होने के लिए देश से लाखों लोगों की भीड़ अयोध्या में जुटने की संभावना है. केंद्र और राज्य की भाजपा नेतृत्व वाली सरकारों ने इस आयोजन को भव्य बनाने की पूरी तैयारी कर रखी है.
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