Sambhajinagar Violence: महाराष्ट्र में सरकार, पुलिस और गृहमंत्री गायब, संजय राऊत के इस बयान का क्या है मतलब, समझिए

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Mar 31, 2023, 12:44 PM IST

शिवसेना नेता संजय राउत (फाइल फोटो-PTI)

संभाजीनगर में भड़के हिंसा में एक नागरिक की मौत हो गई है. महाराष्ट्र की राजनीति में अब हंगामा बरपा है.

डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र (Maharashtra) के संभाजीनगर में राम मंदिर के पास दो समुदायों के बीच हुई हुई हिंसक झड़प ने अब सियासी रंग ले लिया है. शिवसेना के दिग्गज नेता संजय राउत ने कहा है कि महाराष्ट्र में सरकार, पुलिस, गृह मंत्री का अस्तित्व नहीं है. यह दंगा सरकार की ओर से प्रायोजित है. 

शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी की एक रैली होने वाली है, यही वजह है कि यहां बेवजह दंगे हुए हैं. संजय राउत ने सरकार को सही समय पर दंगे रोकने की दिशा में कदम न उठाने पर कोसा है.

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संभाजीनगर दंगों पर क्या कह रहे संजय राउत

संजय राउत ने कहा, 'महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था की समस्या है क्योंकि यहां सरकार, पुलिस, गृह मंत्री का अस्तित्व नहीं है. कहां हैं मुख्यमंत्री और गृहमंत्री? संभाजीनगर में बेवजह दंगा इसलिए हुआ क्योंकि 2 अप्रैल को वहां महाविकास अघाड़ी की एक रैली है. यह सरकार प्रायोजित दंगा है.'

क्या है संजय राऊत के बयान का मतलब?

महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और बीजेपी की गठबंधन सरकार है. महाराष्ट्र जैसे राज्य में दंगा भड़कना बड़ी बात है. वह भी तब बीजेपी सरकार दम भरती है कि राज्य में दंगे नहीं होते. ऐसी स्थितियों में हालात बदलने पर संजय राऊत ने एनडीए सरकार को जमकर कोसा है. उन्होंने इशारे-इशारे में साफ कहा है कि सरकार का ध्यान संभाजीनगर की जगह महाविकास अघाड़ी की रैली के खिलाफ रणनीति तैयार करने पर है.

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कैसे भड़का दंगा?

औरंगाबाद के खिरादपुरा इलाके में राम मंदिर के पास दो लोगों में मामूली बात को लेकर बहस हुई. फिर यहां दो समुदाय आपस में फिड़ गए. पुलिसकर्मियों ने जब मोर्चा संभाला तो 500 लोगों की भीड़ ने उन पर पथराव किया और पेट्रोल से भरी बोतलें फेंकी. इस घटना में 10 पुलिसकर्मियों समेत कम से कम 12 लोग घायल हो गए. यह घटना बुधवार और बृहस्पतिवार रात की है, जिसमें 13 गाड़ियां जलकर राख हो गईं. 

ऐसे संभले हालात

पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया और गोलियां भी चलाई. इस बीच, शहर में सामान्य स्थिति बहाल कर ली गई है और इलाके में CRPF की 5 टीमें तैनात की गई हैं. शहर में अलग-अलग संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. प्रशासन ने शांति बनाए रखने के लिए CRPF की पांच टुकड़ियों और करीब 600 पुलिसकर्मियों को तैनात किया है.

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