राष्ट्रीय किसान मंच के अध्यक्ष शेखर दीक्षित का आरोप है कि कंगना अपनी फिल्मों की सफलता सुनिश्चित करने के लिए इस प्रकार के विवादित बयान देकर चर्चा में बने रहने का प्रयास कर रही हैं.
दीक्षित ने यह भी कहा कि कंगना द्वारा किसानों के खिलाफ दिए गए इस बयान से न केवल किसान बल्कि पूरे देश के किसान संगठन भी आहत हुए हैं. उन्होंने कहा, "कंगना के इस बयान से किसानों के मनोबल पर गहरी चोट पहुंची है, और यह कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा."
शेखर दीक्षित ने यह भी खुलासा किया कि उन्होंने कंगना के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का रास्ता भी अपनाया है. उन्होंने अपने वकील राजेश वर्मा के माध्यम से कंगना को विधिक नोटिस भेजा है, जिसमें उनसे अपने बयान के लिए माफी मांगने की मांग की गई है. दीक्षित ने कहा, "कंगना के लिए अब दो ही विकल्प हैं – या तो वह अपने बयान को साबित करें या सार्वजनिक रूप से माफी मांगें."
उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि कंगना ने अपने बयान पर माफी नहीं मांगी, तो सभी किसान संगठन मिलकर पुनः दिल्ली में घेराव करने के लिए बाध्य होंगे. दीक्षित ने स्पष्ट किया कि किसान संगठन अपने हक की लड़ाई के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं और किसानों का अपमान किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
दीक्षित का कहना है कि घटना ने किसान संगठनों के बीच एक बार फिर से रोष पैदा कर दिया है, और यह देखना शेष है कि कंगना इस पर कैसी प्रतिक्रिया देती हैं. देशभर में किसान संगठन इस मुद्दे पर एकजुट हो गए हैं.
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