Remal Cyclone से मिजोरम में बारिश का कहर, पत्थर की खदान ढहने से 10 की मौत और कई लापता

Written By कुलदीप पंवार | Updated: May 28, 2024, 12:29 PM IST

Mizoram Stone Quarry Collapse: बंगाल की खाड़ी से उठे रेमल तूफान (Remal Cyclone) के कारण उत्तर पूर्वी भारत में भारी बारिश हो रही है. इसी के चलते मिजोरम की राजधानी आईजॉल के करीब यह हादसा हुआ है.

Mizoram Stone Quarry Collapse: मिजोरम में मंगलवार सुबह बड़ा हादसा हुआ है. राज्य में रेमल तूफान (Remal Cyclone) के प्रभाव से लगातार बारिश के कारण एक पत्थर की खदान अचानक ढह जाने से 10 लोगों की मौत हो गई है, जबि दर्जन भर से ज्यादा लोग मलबे में दब गए हैं. बारिश के बीच मलबे से 5 शव निकाले गए हैं, जबकि एक बच्चे को सुरक्षित बचाया गया है. मलबे में अब भी दर्जन भर से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं, जिन्हें निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. हालांकि भारी बारिश के चलते रेस्क्यू में परेशानी सामने आ रही है. मिजोरम के DGP ने ANI से कहा, 'आईजॉल के बाहरी इलाके में हुए हादसे में पुलिस के जवान रेस्क्यू ऑपरेशन के जरिये मलबे में दबे लोगों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं. राज्य में बारिश के कारण नदियों का जल स्तर भी बेहद बढ़ गया है, जिसके चलते उनके किनारे रहने वाले लोगों को दूसरी जगह भेजा जा रहा है.'

सुबह 6 बजे हुआ था हादसा

PTI के मुताबिक, खदान ढहने की घटना मिजोरम की राजधानी आईजॉल के दक्षिणी इलाके में हुई है. मेल्थुम और हलीमैन बॉर्डर पर यह हादसा सुबह 6 बजे तब हुआ, जब रेमल तूफान के चलते राज्य में भारी बारिश हो रही थी. बारिश के कारण जमीन अचानक बैठ गई, जिससे अंदर मौजूद लोगों को बाहर निकलने का मौका भी नहीं मिला. 

रेस्क्यू में जिंदा मिला एक बच्चा

हादसे की सूचना मिलते ही रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया. मलबा हटाने के दौरान 5 लोगों के शव बरामद हुए हैं,  जबकि एक बच्चा बेहोशी की हालत में मिला. बच्चे को तत्काल रेस्क्यू कर नजदीकी अस्पताल में भेजा गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है. मलबे में दर्जन भर से ज्यादा लोग अब भी दबे हुए हैं, जिनकी मौत का डर जताया जा रहा है. 

पीड़ितों में अधिकतर गैर आदिवासी

खदान हादसे में मरने वाले 5 लोगों में से 3 गैर-मिजो समुदाय के हैं, जबकि अंदर फंसे हुए मजदूरों में से भी अधिकतर लोग गैर-आदिवासी हैं. खदान ढहने से उसके आसपास बने बहुत सारे घर भी ध्वस्त हो गए हैं. इनमें भी कई लोगों के फंसे होने का अनुमान लगाया जा रहा है.

लेंगपुई एयरपोर्ट के करीब भी भारी भूस्खलन

भारी बारिश के कारण लेंगपुई एयरपोर्ट के करीब भारी भूस्खलन हुआ है, जिससे एयरपोर्ट जाने वाला रास्ता बाधित हुआ है. दूसरी तरफ, कई जगह सामुदायिक कब्रिस्तान भी भूस्खलन की चपेट में आए हैं. इसका असर 20 से ज्यादा कब्रिस्तान पर बताया जा रहा है. रेमल तूफान के कारण हो रही भारी बारिश से त्वांग नदी में भी बाढ़ आ गई है, जिससे साइरंग इलाके में बहुत सारे घर प्रभावित हुए हैं.

(With PTI and ANI Inputs)

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