डीएनए हिंदी: राजस्थान में इन दिनों भर्तियों को लेकर घमासान मचा हुआ है. तृतीय श्रेणी अध्यापकों की भर्ती के लिए आयोजित हुई 'रीट' पेपर लीक मुद्दा चर्चा में है. यह मुद्दा विधानसभा में गूंज रहा है. इस बीच राजस्थान सिविल सर्विसेज की परीक्षा 'आरएएस' को लेकर ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा. #Rasmainspostpone को लेकर चले इस ट्रेंड में युवाओं का कहना था कि वह आरएएस परीक्षा की तिथि को आगे बढ़वाना चाहते हैं.
मेंस परीक्षा का आयोजन 25 से 26 फरवरी के बीच होगा लेकिन प्री-परीक्षा में सफल हो चुके अभ्यर्थी चाहते हैं कि मेंस परीक्षा की तिथि को आगे बढ़ाया जाए. इस मुद्दे को लेकर अभ्यर्थी पिछले कुछ दिनों से राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) अजमेर के सामने आंदोलन कर रहे थे. अब वह राजस्थान यूनिवर्सिटी जयपुर के सामने धरने पर हैं.
अभ्यर्थियों का कहना है कि वह पिछले दिनों जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और आरपीएएस के सामने अपनी परेशानी बता चुके हैं लेकिन परीक्षा की तिथि नजदीक होने के बावजूद समस्या का कोई हल नहीं निकला है. इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, यूथ कांग्रेस के जनरल सेक्रेट्री सीताराम लांबा समेत पक्ष विपक्ष के कई नेताओं ने अभ्यर्थियों का साथ दिया है.
इस तरह समझिए पूरा मामला
इस मुद्दे को लेकर DNA हिंदी ने आंदोलन कर रहे अभिषेक से बात की. अभिषेक ने अभ्यर्थियों की मूल समस्या को समझाने की कोशिश की. उन्होंने कहा, आम तौर पर आरएएस प्री-परीक्षा के नोटिफिकेशन के साथ ही मेंस का सिलेबस भी जारी कर दिया जाता है जिससे मेंस की तैयारी के लिए समय मिल जाता है.
आरएएस प्री और मेंस का नोटिफिकेशन जुलाई 2021 में जारी किया गया था. इसके बाद जैसे ही 19 नवंबर को प्री-परीक्षा का परिणाम आया इसके तुरंत बाद 24 नवंबर को सिलेबस बदल दिया गया. यानी जुलाई में सिलेबस कुछ और था जबकि नवंबर में कुछ और हो गया.
अब अभ्यर्थियों का कहना है कि उन्हें तैयारी के लिए कम से दो महीने का समय दिया जाए. यानी यह परीक्षा फरवरी के बजाय मई के पहले हफ्ते में कराई जा सकती है.
इस सिलेबस में ऐसा क्या है?
अभ्यर्थियों के अनुसार, इस सिलेबस में करीब 50 प्रतिशत ऐसे टॉपिक हैं जिनकी तैयारी के लिए विद्यार्थियों को समय चाहिए. आरएएस मेंस की परीक्षा में साइंस के कई नए टॉपिक हैं. मैनेजमेंट, सोशलॉजी और हिस्ट्री के कई ऐसे विषय हैं जिसकी तैयारी के लिए कम से कम दो महीने का अतिरिक्त समय चाहिए.
अभिषेक का कहना है कि बीचोंबीच सिलेबस चेंज करना छात्रों के साथ सरासर धोखा है. हम यह नहीं कह रहे कि सिलेबस नहीं बदलना चाहिए. पढ़ने वाले विद्यार्थी के लिए आप किसी भी तरह का सिलेबस दे दें कोई दिक्कत नहीं है लेकिन उसे तैयारी के लिए समय तो दें.
आमरण अनशन शुरू
इसी मुद्दे को लेकर विद्यार्थियों ने राजस्थान विश्वविद्यालय के प्रवेश द्वार पर आमरण अनशन शुरू कर दिया है. अभ्यर्थी पिछले 15 दिनों से प्रतिदिन प्रतिनिधिमंडल बनाकर सरकार के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर रहे हैं. अभ्यर्थियों ने 3 बार RPSC, अजमेर जाकर भी अपनी समस्या बताई है लेकिन सरकार और RPSC की तरफ से कोई जवाब नहीं आया है.
इस बीच सुशीला, दीक्षा, शिवानी, रामनिवास जाट, दशरथ सिंह और सुमेर सिंह ने आमरण अनशन की घोषणा कर दी है. अभ्यर्थियों ने कहा है कि सरकार जब तक हमारी मांग नहीं मान लेती है तब तक हम अन्न ग्रहण नहीं करेंगे.
जारी किए प्रवेश पत्र
इस बीच आरपीएससी ने आरएएस मुख्य परीक्षा के प्रवेश पत्र जारी कर दिए हैं. आयोग ने सूचना देकर कहा है कि राजस्थान राज्य एवं अधीनस्थ सेवाएं संयुक्त प्रतियोगी (मुख्य) परीक्षा 2021 का आयोजन 25 फरवरी और 26 फरवरी को सुबह 9 से 12 बजे तक किया जाएगा. उक्त परीक्षा के प्रवेश-पत्र आयोग की वेबसाइट पर अपलोड कर दिए गए हैं. आयोग का मानना है कि यदि परीक्षा की तिथि को आगे बढ़ाया जाता है तो परीक्षाओं का कैलेंडर सालभर डिले हो जाएगा. ऐसे में दूसरी परीक्षाओंं पर असर पड़ेगा और पूरा सिस्टम गड़बड़ा जाएगा.