डीएनए हिंदीः हरिद्वार की धर्मसंसद में अल्पसंख्यकों के खिलाफ कथित भड़काऊ भाषण के मामले में आरएसएस (RSS) नेता इंद्रेश कुमार (Indresh Kumar) ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जो लोग भड़काऊ और विभाजनकारी टिप्पणी करते हैं उन्हें बिना किसी अपवाद के कानून के अनुसार दंडित किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि धर्मसंसद भी इस मामले को लेकर अपवाद नहीं है. हालांकि उन्होंने कहा कि 'हिंदुत्ववादियों ने महात्मा गांधी को मारा' जैसे राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बयान भी भड़काऊ भाषण हैं.
इंद्रेश कुमार ने पीटीआई के साथ एक इंटरव्यू में नफरत की राजनीति को भ्रष्टाचार करार दिया और सभी राजनीतिक दलों और उनके नेताओं को नफरत फैलाने और समाज के एक वर्ग को दूसरे के खिलाफ खड़ा करने से परहेज करने का आह्वान किया.
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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य ने कहा कि किसी भी समुदाय, जाति या समूह के खिलाफ भड़काऊ और विभाजनकारी टिप्पणी करने के बजाय, उन्हें देश और उसके लोगों के सर्वोत्तम हित में भाईचारे और विकास की राजनीति करनी चाहिए.
इंद्रेश कुमार ने कहा कि किसी भी तरह की अभद्र भाषा निंदनीय है. सभी अभद्र भाषा की निंदा की जानी चाहिए और कानून के अनुसार दंडित किया जाना चाहिए. उत्तराखंड के हरिद्वार में एक धर्म संसद और हाल ही में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में इसी तरह के एक कार्यक्रम में दिए गए कथित घृणास्पद भाषणों पर उनके विचार के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि किसी को अपवाद के रूप में नहीं माना जाना चाहिए.
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उन्होंने महात्मा गांधी की हत्या के लिए आरएसएस और उसकी विचारधारा को जिम्मेदार ठहराने के लिए कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों की आलोचना करते हुए कहा कि वे निराधार आरोप लगा रहे हैं, जबकि उनके पास अपने आरोप को साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं है.