Russia Ukraine War: मोदी सरकार का बड़ा फैसला, छात्रों की वतन वापसी के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देश जाएंगे 4 केंद्रीय मंत्री 

| Updated: Feb 28, 2022, 11:46 AM IST

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यूक्रेन (Ukraine) और रूस (Russia) के बीच जारी जंग वहां फंसे छात्रों को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने हाई लेवल बैठक बुलाई है.

डीएनए हिंदीः यूक्रेन (Ukraine) और रूस (Russia) के बीच जारी जंग वहां फंसे छात्रों को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने हाई लेवल बैठक बुलाई है. इस बैठक में छात्रों की वतन वापसी को लेकर प्लान तैयार किया गया. बैठक में फैसला लिया गया कि भारतीयों की वतन वापसी के लिए 4 केंद्रीय मंत्री यूक्रेन के पड़ोसी देश जाएंगे. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, हरदीप सिंह पुरी, जनरल वीके सिंह और किरेन रिजिजू यूक्रेन को यूक्रेन को पड़ोसी देश भेजा जाएगा.  

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यूक्रेन संकट को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने  उच्च स्तरीय बैठक बुलाई. यूक्रेन में फंसे भारतीयों की वतन वापसी को लेकर बैठक में चर्चा की गई. विदेश मंत्रालय ने यूक्रेन से भारतीयों को वापस लाने में मदद करने के लिए रविवार को एक आधिकारिक ट्विटर हैंडल 'ऑपगंगा हेल्पलाइन' की शुरुआत की. यूक्रेन में फंसे हुए भारतीयों को वापस लाने के अभियान को 'ऑपरेशन गंगा' नाम दिया गया है. यूक्रेन में फंसे छात्रों की वतन वापसी के लिए भारत पहले ही पोलैंड, रोमानिया, हंगरी और स्लोवाकिया में कंट्रोल रूम स्थापित कर चुका है. 

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राहुल गांधी ने किया था ट्वीट
कांग्रेस लीडर राहुल गांधी (Congress Leader Rahul Gandhi) ने भी वीडियो शेयर करते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि हम अपने नागरिकों को ऐसे नहीं छोड़ सकते. राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा है, ‘मेरी संवेदना उन मेडिकल छात्राओं और छात्रों के साथ है, जो इस हिंसा से गुजर रहे हैं. किसी माता-पिता को इस पीड़ा से नहीं गुजरना चाहिए. भारत सरकार को इन्हें वहां से निकालने का प्लान तत्काल शेयर करना चाहिए. सरकार को ये प्लान उन स्टूडेंट को भी बताना चाहिए, साथ ही उनके माता पिता के साथ भी शेयर करना चाहिए. हम अपने नागरिकों को ऐसे नहीं छोड़ सकते हैं’.