डीएनए हिंदीः यूक्रेन पर रूस के हमले (Russia Ukraine War) के बाद वहां कई भारतीय छात्र फंसे हुए हैं. भारत सरकार उन्हें वापस लाने का हर संभव प्रयास कर रही है लेकिन राजधानी कीव के एयरपोर्ट पर हमले के बाद से परेशानी बढ़ गई है. यूक्रेन (Ukraine) की सरकार ने नागरिक उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया. इसी कारण एयर इंडिया के विशेष विमान को बीच रास्ते से वापस लौटना पड़ा. अब भारत सरकार अन्य विकल्पों पर विचार कर रही है. दूसरी तरफ यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को वापस लाने का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. यूक्रेन में फंसे भारतीय बच्चों को वापस लाने के लिए केंद्र सरकार को आदेश देने की गुहार लगााई गई है.
वकील विशाल तिवारी (Vishal Tiwari) की ओर से दाखिल की गई जनहित याचिका में छात्रों की वापसी तक यूक्रेन में फंसे बच्चों को मेडिकल सुविधा, रहने और खाने की व्यवस्था करने की मांग की गई है. जनहित याचिका में कहा गया है कि हमारे देश के हर राज्य के छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं और उनके परिवार के सदस्य सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं. सरकार की जिम्मेदारी है कि वह न केवल अपने देश में बल्कि विदेशों में अपने नागरिकों के जीवन और स्वतंत्रता की रक्षा करे, खासकर जब नागरिक असहाय हैं और परिवहन के सभी साधन बंद हैं. सरकार को कई कूटनीतिक उपाय अपनाना होगा.
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भारत ने बनाई ये योजना
यूक्रेन में फंसे छात्रों को वापस लाने के लिए भारत सरकार इमरजेंसी सर्विसेज को अमल में लाने की तैयारी कर रही है. हवाई क्षेत्र के बंद होने को देखते हुए वैकल्पिक रास्तों पर विचार किया जा रहा है. विदेश मंत्रालय पहले ही रूसी भाषी अधिकारियों को यूक्रेन में भारतीय दूतावास में भेज चुका है. यूक्रेन के अलावा उन्हें पड़ोसी देशों में तैनात किया जा रहा है. यूक्रेन में भारतीय दूतावास काम कर रहा है. उनके द्वारा जारी निर्देशों का पालन करने की अपील वहीं फंसे भारतीय छात्रों से की गई है.
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विदेश मंत्रालय ने जारी की हेल्पलाइन
विदेश मंत्रालय की ओर से युद्ध के हालात को देखते हुए यूक्रेन में फंसे भारतीयों के लिए गाइडलाइन और हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं. ये हेल्पालाइन 24 घंटे काम करेगी. इसके साथ-साथ वहां फंसे लोग दी गई वेबसाइट पर भी मदद मांग सकते हैं. यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने कीव की यात्रा करने वालों को अस्थायी तौर पर अपने शहरों को लौटने की सलाह दी है. इसके साथ ही छात्रों से फिलहाल घरों में ही रहने की अपील की है.
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