डीएनए हिंदी. भारत दौरे पर पहुंचे रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने आज शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. पीएमओ द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, इस बैठक में रूस के विदेश मंत्री ने पीएम मोदी को यूक्रेन की स्थिति के बारे में जानकारी दी. रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने पीएम मोदी को रूस-यूक्रेन वार्ता के बारे में भी जानकारी दी.
इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने हिंसा की शीघ्र समाप्ति के लिए अपने आह्वान को दोहराया और शांति प्रयासों में किसी भी तरह से योगदान करने के लिए भारत की तत्परता से अवगत कराया. रूस के विदेश मंत्री ने बैठक के दौरान दिसंबर 2021 में आयोजित भारत-रूस द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन के दौरान लिए गए निर्णयों की प्रगति पर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपडेट किया.
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इससे पहले रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने शुक्रवार को कहा कि रूस ने पश्चिमी प्रतिबंधों से संबंधित बाधाओं को दूर करने के लिए भारत और अपने अन्य भागीदारों के साथ राष्ट्रीय मुद्राओं में व्यापार करने की दिशा में आगे बढ़ना शुरू कर दिया है. उन्होंने द्विपक्षीय रणनीतिक संबंधों की गति को जारी रखने का संकल्प लिया. लावरोव ने विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ व्यापक बातचीत के बाद यह टिप्पणी की.
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पत्रकारों के एक चुनिंदा समूह के साथ ब्रीफिंग में यह पूछे जाने पर कि क्या रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष को कम करने में भारत मदद कर सकता है, लावरोव ने कहा कि अगर भारत अंतरराष्ट्रीय समस्याओं के प्रति अपने "न्यायसंगत और तर्कसंगत दृष्टिकोण" के साथ ऐसी प्रक्रिया का समर्थन करना चाहता है, तो कोई भी इसके खिलाफ नहीं होगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उन्होंने भारत से इस बारे में कुछ नहीं सुना है.
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इस सवाल पर कि क्या बातचीत में रूबल-रुपया भुगतान प्रणाली पर चर्चा की गई, लावरोव ने कहा कि भारत और चीन जैसे देशों के साथ व्यापार के लिए ऐसी व्यवस्था कई साल पहले शुरू की गई थी और पश्चिमी भुगतान प्रणालियों को दरकिनार करने के प्रयास अब तेज किए जाएंगे.
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लावरोव ने कहा, "मुझे याद है कि कई साल पहले हमने भारत, चीन (और) कई अन्य देशों के साथ अपने संबंधों में डॉलर और यूरो के उपयोग से राष्ट्रीय मुद्राओं के अधिक से अधिक उपयोग की ओर बढ़ना शुरू किया था. वर्तमान परिस्थितियों में, मुझे विश्वास है कि यह प्रवृत्ति तेज होगी जो स्वाभाविक और स्पष्ट है."
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उन्होंने कहा, "हम ऐसी व्यवस्था पर निर्भर नहीं रहना चाहते जो कभी भी बंद हो जाए और हम ऐसी व्यवस्था पर निर्भर नहीं रहना चाहते जिसके मालिक रातों-रात आपका पैसा चुरा सकें."
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रूसी विदेश मंत्री ने पश्चिमी प्रतिबंधों के बावजूद द्विपक्षीय व्यापार की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए भारत और रूस के संबंधित मंत्रालयों के बीच "बहुत अच्छे संबंधों" के बारे में बात की. उन्होंने कहा, "हमारे व्यापार मंत्रालयों, वित्त मंत्रालयों के बीच बहुत अच्छे संबंध हैं, और मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि पश्चिम द्वारा उत्पन्न किए जाने वाले अवैध और एकतरफा प्रतिबंधों जैसी कृत्रिम बाधाओं को दूर करने के लिए एक रास्ता खोजा जाएगा."
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