अमेरिका और कनाडा के मुद्दे एक जैसे नहीं, एस जयशंकर ने किसे दिखाया आईना

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Dec 17, 2023, 04:06 PM IST

विदेश मंत्री एस जयशंकर. (फोटो- PTI)

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि भारत दूसरे देशों की ओर से उठाए गए खास मुद्दों पर गौर करने के लिए हमेशा तैयार है.

डीएनए हिंदी: भारत पर अमेरिका और कनाडा ने बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं. संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों की हत्या की साजिश के भारत पर आरोप लगे हैं. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को कहा कि दोनों मुद्दे एक जैसे नहीं हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिकियों ने हमें कुछ अलग बातें बताईं हैं. आरोपों के बीच अंतर बताते हुए उन्होंने कहा कि भारत अन्य देशों द्वारा उठाए गए विशिष्ट मुद्दों पर गौर करने के लिए हमेशा तैयार है.

एस जयशंकर ने कहा, 'केवल कनाडा ही नहीं, अगर किसी भी देश को कुछ लगता है, अगर वह हमें उसके बारे में साक्ष्य देता है तो हम उस पर विचार करने के लिए हमेशा तैयार हैं. हम ऐसा ही करते हैं. जरूरी नहीं है कि कनाडा और अमेरिका के मुद्दे दोनों एक जैसे हों. जब उन्होंने वह मुद्दा उठाया तो अमेरिकियों ने हमें कुछ खास बातें बताईं. अंतरराष्ट्रीय संबंधों में समय-समय पर क्या होता है, ऐसी चुनौतियां पैदा हो सकती हैं. हमने बहुत ईमानदारी से कनाडाई लोगों से कहा है कि देखिए यह आप पर निर्भर है. अगर आप चाहते हैं कि इसे आगे बढ़ाएं तो हम ऐसा करेंगे.'

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क्या हैं अमेरिका के आरोप?
संयुक्त राज्य अमेरिका ने भारत से खालिस्तान अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू को मारने की असफल कथित साजिश की जांच में सहायता करने को कहा है. मेरिकी न्याय विभाग ने निखिल गुप्ता नाम के एक व्यक्ति के खिलाफ अभियोग दायर किया है, जिसमें भारत सरकार के एक कर्मचारी पर खालिस्तान समर्थक अलगाववादी को मारने के लिए हिटमैन को नियुक्त करने के लिए कहने का आरोप लगाया गया है. जवाब में, विदेश मंत्रालय ने अपने एक सरकारी अधिकारी के कथित साजिश से जुड़े होने पर चिंता व्यक्त की. भारत ने कहा कि यह सरकारी काम का हिस्सा नहीं है. भारत ने उससे अपना हाथ खींच लिया है.

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हर देश की मदद के लिए हूं तैयार
एस जयशंकर ने इन आरोपों पर कहा कि केवल कनाडा ही नहीं, अगर किसी भी देश को कोई चिंता है और वह हमें उस चिंता के लिए कुछ इनपुट या कुछ आधार देता है, तो हम उस पर विचार करने के लिए हमेशा तैयार हैं.

इस महीने की शुरुआत में, भारत ने कहा था कि वह संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा उठाए गए मुद्दों पर गौर करेगा. इस मुद्दे पर दोनों देशों के बीच कई बार चर्चा हो चुकी है. केंद्र सरकार ने इस मामले में जांच कमेटी गठित कर दी है. अमेरिकी सरकार ने इस महीने की शुरुआत में पांच भारतीय-अमेरिकी सांसदों को गुप्ता के अभियोग के बारे में जानकारी दी थी.

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