Sabarmati Express Derail: उत्तर प्रदेश के कानपुर में शुक्रवार देर रात बड़ा हादसा होने से बच गया. पटरी पर रखे बोल्डर के कारण वाराणसी से अहमदाबाद जा रही साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन के 22 डिब्बे ट्रैक से उतर गए. ट्रेन की स्पीड बहुत ज्यादा नहीं होने के कारण वह पलटने से बच गई और किसी को बहुत ज्यादा चोट नहीं आई है. हालांकि यदि ट्रेन पलट जाती तो बहुत बड़ा हादसा हो सकता था. ट्रेन के इंजन का कैटल गार्ड मुड़ जाने के चलते पैसेंजर्स को घटनास्थल से स्पेशल ट्रेन और बसों के जरिए कानपुर लाए जाने के बाद आगे के सफर की व्यवस्था की गई है. हादसे के कारण कुछ ट्रेन को डायवर्ट किया गया है, जबकि कुछ ट्रेन कैंसिल कर दी गई हैं. हादसे के कारणों की जांच की जा रही है. हादसे के पीछे साजिश की संभावना मानी जा रही है. केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी हादसे के पीछे साजिश की संभावना मानी है और बताया है कि इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) और उत्तर प्रदेश पुलिस (Uttar Pradesh Police) इसकी जांच कर रहे हैं. रेलवे ने हादसे से जुड़ी जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए हैं.
कानपुर से भीमसेन स्टेशन के बीच हुआ हादसा
साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन नंबर 19168 शुक्रवार की रात वाराणसी से अहमदाबाद के लिए रवाना हुई थी. शनिवार सुबह करीब 2.35 बजे ट्रेन जब कानपुर सेंट्रल से भीमसेन स्टेशन के बीच गोविंदपुरी स्टेशन के पास पहुंची तो पटरी पर रखा एक बोल्डर इंजन से टकरा गया. बोल्डर टकराने के चलते इंजन का कैटल गार्ड मुड़ने से इमरजेंसी ब्रेक लग गए, जिससे ट्रेन के 22 कोच पटरी से उतर गए. हालांकि ट्रेन उस समय ज्यादा स्पीड में नहीं चल रही थी. इसके चलते किसी यात्री को ज्यादा चोट नहीं लगी.
रेलवे DRM झांसी दीपक कुमार ने कहा,'सुबह 5.21 बजे 8 डिब्बों वाली स्पेशल MEMU ट्रेन और कुछ बसों के जरिये साबरमती एक्सप्रेस के यात्रियों को कानपुर सेंट्रल स्टेशन लाया गया. किसी को भी चोट नहीं लगी है. दूसरी ट्रेन का इंतजाम कर यात्रियों को आगे रवाना कर दिया गया है.'
रेलवे के साथ जिला प्रशासन ने भी शुरू की जांच
भारतीय रेलवे ने इस हादसे की जांच शुरू कर दी है. केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी हादसे के पीछे साजिश की बात मानी है. एक्स पर लिखा,'साबरमती एक्सप्रेस का इंजन पटरी पर रखी किसी चीज से टकराने के कारण कानपुर के करीब सुबह 2.35 बजे डिरेल हो गई है. इंजन पर शार्प हिट्स के निशान हैं. सबूतों को सुरक्षित कर लिया गया है. IB और UP Police इसकी जांच कर रहे हैं. किसी यात्री या स्टाफ को हादसे में चोट नहीं आई है. रेलवे ने यात्रियों के लिए दूसरी ट्रेन का अरेंजमेंट कर उन्हें अहमदाबाद के लिए रवाना कर दिया है.'
उधर, एडीएम कानपुर राकेश वर्मा ने भी घटनास्थल की जांच की है. अधिकारियों ने ANI से कहा,'शुरुआती जांच में कुछ बातें सामने आई हैं. इंजन से 16वें नंबर के डिब्बे के करीब मिले सबूतों को सुरक्षित कर लिया गया है. रेलवे ट्रैक में कोई फ्रैक्चर नहीं मिला है. आगे जांच की जा रही है.'
कई ट्रेन की गईं रद्द और कई के रूट बदले
इस हादसे के बाद रेलवे ने कुछ ट्रेनों के रूट बदल दिए हैं, जबकि कुछ ट्रेन को रद्द कर दिया गया है. रद्द की गई ट्रेनों में झांसी-लखनऊ ट्रेन नंबर 01823/01824, झांसी-लखनऊ ट्रेन नंबर 11109, कानपुर-मानिकपुर ट्रेन नंबर 01802/01801, कानपुर-झांसी ट्रेन नंबर 01814/01813, ग्वालियर-इटावा ट्रेन नंबर 01887/01888, ग्वालियर-भिंड ट्रेन नंबर 01889/01890 शामिल हैं. जिन ट्रेनों का रूट बदला गया है, वे निम्न हैं-
- लखनऊ जंक्शन-झांसी ट्रेन नंबर 11110 को अब गोविंदपुरी-इटावा-भिंड-ग्वालियर होते हुए झांसी भेजा गया है.
- गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनल ट्रेन नंबर 22537 को अब गोविंदपुरी-इटावा-भिंड-ग्वालियर-झांसी होते हुए भेजा गया है.
- गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनल ट्रेन नंबर 20104 को कानपुर-इटावा-भिंड-ग्वालियर-झांसी होते हुए भेजा गया है.
इन नंबरों पर ली जा सकती है हादसे की जानकारी
रेलवे ने हादसे की जानकारी लेने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं. प्रयागराज स्टेशन (0532-2408128, 0532-2407353), कानपुर सेंट्रल स्टेशन (0512-2323018, 0512-2323015), मिर्जापुर स्टेशन (0544-22200097), इटावा स्टेशन (7525001249), टुंडला जंक्शन (7392959702), अहमदाबाद जंक्शन (7922113977), बनारस सिटी स्टेशन (8303994411) और गोरखपुर जंक्शन (0551-2208088) पर जानकारी ली जा सकती है.
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