डीएनए हिंदी: Sachin Pilot Latest News- संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा खत्म हुए कई दिन हो गए हैं, लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी का अपने जवाब में कांग्रेस पर लगाए साल 1966 के मिजोरम हमले के आरोप का बवाल खत्म नहीं हो रहा है. कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने मंगलवार को इस मामले में भाजपा IT सेल चीफ अमित मालवीय को झूठा घोषित कर दिया, जिन्होंने एक ट्वीट में इस बम हमले का आरोप सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट पर लगाया था. राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने सोशल मीडिया पर एक डॉक्यूमेंट अपलोड करते हुए अमित मालवीय के दावे को झूठा घोषित कर दिया है.
सचिन पायलट ने कही है ये बात
सचिन पायलट ने मंगलवार को अपने ट्विटर हैंडल पर एक सर्टिफिकेट शेयर किया. ये सर्टिफिकेट भारत के राष्ट्रपति की तरफ से सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट (Rajesh Pilot) को वायुसेना में कमीशन दिए जाने का है. सचिन पायलट ने कैप्शन में लिखा, मेरे दिवंगत पिता राजेश पायलट 29 अक्टूबर, 1966 को भारतीय वायुसेना में कमीशन हुए थे. आपकी तारीख और फैक्ट्स गलत हैं. हां भारतीय वायुसेना के पायलट के तौर पर मेरे दिवंगत पिता ने बम बरसाए थे, लेकिन ये बम 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में पूर्वी पाकिस्तान (मौजूदा बांग्लादेश) में बरसाए गए थे. यह कहना कि उन्होंने 5 मार्च 1966 में मिज़ोरम में बमबारी की थी, काल्पनिक है, तथ्यहीन है और पूरी तरह भ्रामक है. सचिन ने आगे लिखा, हां 80 के दशक में एक राजनेता के रूप में मिजोरम में युद्ध विराम कराने और स्थायी शांति संधि स्थापित करवाने में उन्होंने (राजेश पायलट ने) महत्वपूर्ण भूमिका जरूर निभाई थी. स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं, जय हिंद.
पीएम मोदी ने उठाया था ये मुद्दा
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस की तरफ से मणिपुर हिंसा को लेकर लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के आखिरी दिन जवाब दिया था. इस जवाब के दौरान उन्होंने कांग्रेस को उल्टा घेरते हुए मिजोरम में 5 मार्च, 1966 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के आदेश पर हुए बम हमले का जिक्र किया था. इस हमले में भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने मिजो विद्रोहियों के ऊपर बम बरसाए थे. पीएम मोदी के इस दावे को लेकर ही अमित मालवीय ने एक ट्वीट किया था.
मालवीय ने ट्वीट में कर दिया था ये दावा
मालवीय ने अपने ट्वीट में एक न्यूज चैनल का वीडियो शेयर किया था, जिसमें इंदिरा गांधी कांग्रेस के दिवंगत नेता राजेश पायलट को सम्मानित करती दिख रही हैं. मालवीय ने इस वीडियो के कैप्शन में दावा किया कि राजेश पायलट को यह सम्मान 1966 में मिजोरम की राजधानी आईजॉल में अपने विमान से बम बरसाने के लिए दिया गया था.
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