क्या है सरयू एक्सप्रेस केस, जिसमें महिला सिपाही से दरिंदगी के आरोपी को यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में किया है ढेर

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Sep 22, 2023, 05:12 PM IST

Ayodhya में उत्तर प्रदेश पुलिस टीम (बाएं) और मारे गए आरोपी अनीस का फाइल फोटो (दाएं)

Ayodhya Encounter: सरयू एक्सप्रेस में 30 अगस्त को महिला सिपाही के साथ छेड़खानी करने के बाद उस पर जानलेवा हमला किया गया था. इस घटना का मुख्य आरोपी अनीस एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया है.

डीएनए हिंदी: Uttar Pradesh News- महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों को नहीं बख्शने की उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की चेतावनी को यूपी पुलिस बेखौफ अंजाम दे रही है. उत्तर प्रदेश पुलिस और उसकी एसटीएफ टीम ने शुक्रवार को अयोध्या में एनकाउंटर के दौरान एक बदमाश को ढेर कर दिया, जबकि दो अन्य घायल हालत में पकड़े गए हैं. ये तीनों बदमाश सरयू एक्सप्रेस ट्रेन में महिला सिपाही के साथ करीब 23 दिन पहले हुई दरिंदगी के आरोपी थे. पुलिस की गोली का शिकार हुए बदमाश की पहचान अनीस के तौर पर हुई है, जो महिला सिपाही से छेड़छाड़ और जानलेवा हमला करने का मुख्य आरोपी था, जबकि दो अन्य घायल बदमाशों की पहचान आजाद और विशंभर दयाल उर्फ लल्लू के तौर पर की गई है.

गिरफ्तार करने गई थी पुलिस, आरोपी ने कर दी फायरिंग

अयोध्या के SSP राजकरण नैय्यर के मुताबिक, सरयू एक्सप्रेस ट्रेन में हुई एक घटना में महिला हेड कॉन्सटेबल घायल हो गई थी, जिसका केस GRP अयोध्या कैंट ने दर्ज किया था. पीड़िता से मिली जानकारी के आधार पर अयोध्या पुलिस और STF की टीम ने आज (22 सितंबर) इनायत नगर में आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए छापा मारा था. रेड करने पहुंची टीम पर आरोपी ने फायरिंग कर दी. पुलिस टीम ने जवाबी फायरिंग की और दो आरोपियों को दबोच लिया, लेकिन तीसरा आरोपी वहां से फरार हो गया. 

रेड में फरार होने के बाद दोबारा घिर गया आरोपी

रेड के दौरान फरार होने वाले आरोपी के लिए सर्च ऑपरेशन चलाकर उसे पुरा कलंदर इलाके में तलाश कर लिया गया. उसे सरेंडर करने के लिए कहा गया, लेकिन उसने फिर से फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस ने जवाबी फायरिंग की, जिसमें आरोपी घायल हो गया. पुलिस टीम ने उसे तत्काल अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. मरने वाले आरोपी की पहचान अनीस खान के तौर पर हुई है. बाकी दोनों घायल आरोपियों आजाद और विशंभर दयाल उर्फ लल्लू का इलाज चल रहा है. अनीस और आजाद अयोध्या के हैदरगंज इलाके के रहने वाले हैं, जबकि विशंभर दयाल सुल्तानपुर निवासी है.

अब जानिए सरयू एक्सप्रेस केस, जिसमें सीट पर शुरू हुआ विवाद छेड़छाड़ तक पहुंचा था

सरयू एक्सप्रेस ट्रेन के कंपार्टमेंट में 30 अगस्त को एक महिला कॉन्सटेबल गंभीर हालत में जख्मी मिली थी. हेड कॉन्सटेबल के ऊपर इतनी निर्दयता से हमला किया गया था कि ट्रेन कंपार्टमेंट 'खून का तालाब' बना हुआ था. महिला हेड कॉन्सटेबल पर तेज धार वाले हथियार से घातक हमला किया गया था और उसकी खोपड़ी में दो जगह से हड्डी टूटी हुई थी. महिला हेड कॉन्सटेबल को लखनऊ के KGMC हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था और इस मामले में GRP अयोध्या कैंट में केस दर्ज हुआ था. जांच कर रही पुलिस टीम को महिला हेड कॉन्सटेबल ने बताया कि कंपार्टमेंट में मौजूद दो युवकों से उसका सीट को लेकर विवाद शुरू हुआ था. युवकों ने सीट विवाद के बाद उसके साथ छेड़खानी शुरू कर दी थी.

छेड़खानी करने पर महिला सिपाही ने पटका तो किया था हमला

महिला हेड कॉन्सटेबल ने बताया कि छेड़खानी करने पर उसने अनीस नाम के आरोपी को उठाकर पटक दिया था. इसके बाद ही उस पर हथियारों से हमला किया गया. महिला हेड कॉन्सटेबल कंपार्टमेंट में अपर बर्थ पर थी. मनकापुर रेलवे स्टेशन पर उसका विवाद शुरू हुआ था. ट्रेन के मनकापुर से अयोध्या के लिए निकलते ही करीब 10 मिनट बाद दोनों युवकों ने उस पर हमला कर दिया. दोनों हमलावर उसे घायल करने के बाद अयोध्या रेलवे स्टेशन के आउटर पर ट्रेन के धीमी होते ही कूदकर भाग गए थे. अयोध्या रेलवे स्टेशन से बाहर निकलने वाले रास्तों पर कोई भी CCTV कैमरा नहीं होने के चलते STF को हमलावरों की पहचान करने में परेशानी हो रही थी. STF ने युवकों की पहचान करने के लिए मनकापुर से अयोध्या तक यात्रा करने वाले 150 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की. इसके बाद युवकों की पहचान हो गई थी. इसके बाद ही STF टीम अपने साथ अयोध्या पुलिस को लेकर छापेमारी करने गई थी.

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