डीएनए हिंदी: Satpura News- मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार के मंत्री कुंवर विजय शाह का दोस्तों संग टाइगर रिजर्व में मुर्गा पार्टी करना विवाद का कारण बन गया है. एक सामाजिक कार्यकर्ता की शिकायत के बाद केंद्र की भाजपा सरकार इस मामले में हरकत में आ गई है. केंद्रीय वन मंत्रालय ने मध्य प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर इस मामले में नसीहत दी है और जवाब तलब किया है. साथ ही नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (NTCA) ने भी राज्य सरकार को इस मामले में कार्रवाई करने और जानकारी देने का निर्देश दिया है. कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों ने इसे लेकर राज्य सरकार से सख्त एक्शन लेने की मांग की है.
क्या है पूरा मामला
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हरसूद से विधायक और राज्य सरकार में मंत्री कुंवर विजय शाह अपने दोस्तों के साथ निजी गाड़ियों से सतपुड़ा टाइगर रिजर्व (STR) पहुंचे थे. यहां वे रिजर्व एरिया में निजी गाड़ियों से ही भीतरी इलाके में रोरीघाट सिद्धबाबा पहाड़ी इलाके तक गए और इसके बाद वहां चूल्हा जलाकर चिकन बनवाकर पार्टी की. नियमों के हिसाब से रिजर्व सेंक्चुरी एरिया में निजी गाड़ियों की एंट्री पर बैन है और इस इलाके में आग जलाने पर भी पाबंदी है. मंत्री के इस कारनामे की शिकायत एक वाइल्ड लाइफ एक्टिविस्ट अजय दुबे ने NTCA से की है, जिसके बाद हंगामा शुरू हो गया है. इस बीच चिकन पार्टी के वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं, जिनमें मंत्री शाह भी दिख रहे हैं. हालांकि DNA इन वायरल वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है.
एक सप्ताह पहले शुरू की गई थी जांच
इस मामले में वन अधिकारियों ने एक सप्ताह पहले जांच शुरू की थी. चीफ प्रिंसिपल फॉरेस्ट कंजरवेटर असीम श्रीवास्तव ने मामले की जांच STR के डिप्टी डायरेक्टर संदीप फैलोज को सौंपी है. लेकिन मामला राज्य सरकार के मंत्री से जुड़ा होने के कारण जांच में कोई प्रोग्रेस नहीं हुई है. STR के फील्ड डायरेक्टर एल. कृष्णमूर्ति ने दैनिक भास्कर से बातचीत में गुरुवार रात तक रिपोर्ट सौंपे जाने की बात कही है.
NTCA ने लिखा है सख्त पत्र
इस मामले में केंद्र सरकार भी एक्टिव हो गई है. केंद्रीय वन मंत्रालय ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर इसे नियमों के उल्लंघन का मामला मानते हुए कार्रवाई के लिए कहा है. उधर, NTCA के सहायक वन निरीक्षक हेमंत सिंह ने भी राज्य के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक को पत्र लिखकर STR के फील्ड डायरेक्टर व अन्य लोगों के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
शिवराज सरकार में वन मंत्री थे शाह
इस मामले में एक और एंगल भी सामने आ रहा है, जिसे अफसरों के कार्रवाई से बचने का कारण माना जा रहा है. दरअसल मध्य प्रदेश की नवगठित भाजपा सरकार में कुंवर विजय शाह को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है, लेकिन अब तक उन्हें विभाग नहीं मिला है. शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली पिछली सरकार में शाह राज्य के वन मंत्री थे. माना जा रहा है कि इस बार भी उन्हें यही मंत्रालय मिल सकता है. माना जा रहा है कि इसी कारण अधिकारी शाह का विभाग घोषित होने से पहले इस मामले में कोई कदम नहीं उठाना चाहते हैं.
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