डीएनए हिंदीः देश में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर मोदी सरकार का भाव बेहद ही नकारात्मक है. इसके विपरीत डिजिटल करेंसी के संबंध में तेजी के साथ काम किया जा रहा है. देश के केन्द्रीय बैंक RBI ने Digital Currency को लेकर तैयारियां भी शुरु कर दी हैं. RBI की ये योजना अब देश के सबसे बड़े सार्वजनिक बैंक SBI द्वारा भी पसंद की गई है. एसबीआई के MD ने Digital Currency को लेकर अपनी सहमति जाहिर कर दी है.
SBI ने किया समर्थन
देश में Digital Currency को लेकर RBI तेजी से काम कर रही हैं. इसको लेकर एसबीआई ने कहा है कि डिजिटल करेंसी से देश में लेन-देन का काम सहज हो जाएगा. SBI के एमडी एस शेट्टी ने कहा, "सीबीडीसी (CBDC) आगे चलकर सीमा पार लेन-देन के पूरे स्वरूप को बदलेगा. दुनिया भर के देश सीबीडीसी या डिजिटल करेंसी से दूर नहीं रह सकते हैं."
उन्होंने कहा, "सीबीडीसी की शुरूआत से कई तरह के सवाल उठेंगे. जैसे बैंक की मध्यस्थता भूमिका का क्या होगा. यह देश की मौद्रिक और राजकोषीय नीतियों को कैसे प्रभावित करेगा."
RBI चला रहा है पायलट प्रोजक्ट
देश में डिजिटल करेंसी का समर्थन करते हुए हाल ही में आरबीआई की एक कमेटी ने सिफारिश की थी कि देश में डिजिटल करेंसी को बढ़ावा देने की बात की है. इसके साथ ही ये भी सामने आया है कि आरबीआई ने इस डिजिटल करेंसी को लेकर एक पायलट प्रोजक्ट भी शुरु किया है.
इसको लेकर हाल ही में RBI के भुगतान और निपटान विभाग के मुख्य महाप्रबंधक पी. वासुदेवन ने कहा, "हम अगले वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही तक Digital Currency से जुड़े पायलट प्रोजेक्ट को लॉन्च करने को लेकर काफी उत्साहित हैं."
जटिलता पर चल रहा है काम
वहीं डिजिटल करेंसी के पैटर्न और संचालन को लेकर RBI के अधिकारी वासुदेवन ने कहा कि, "हम इसे लॉन्च करने पर काम कर रहे हैं और हम CBDC से संबंधित विभिन्न मुद्दों और बारीकियों को देख रहे हैं. यह नहीं कहा जा सकता है कि कल से ही इस डिजिटल करेंसी की शुरुआत की जा सकती है.
उन्होंने लॉन्चिंग की बारीकियों को लेकर कहा, "इसे लॉन्च करने की भूमिका इस बात पर निर्भर करती है कि इसे कैसे लागू किया जाता है. हम इसे लॉन्च करने को लेकर कोई भी जल्दीबाजी नहीं दिखाना चाहते हैं. RBI के द्वारा CBDC से जुड़े हर पहलुओं की जांच की जा रही है. इसमें रिटेल वेरिफिकेशन और डिस्ट्रीब्यूशन चैनल जैसे क्षेत्र भी शामिल हैं.”
क्रिप्टोकरेंसी का बनेगा विकल्प
आपको बता दें कि देश में मोदी सरकार देश में क्रिप्टोकरेंसी को स्वीकृति देने के मूड में नहीं है. संभावनाएं हैं कि देश में न केवल क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कड़े नियम बनाए जा सकते हैं अपितु इसे बैन भी किया जा सकता है. इसके चलते देश में Digital Currency को अस्तित्व में लाने के प्रयास किए जा रहे हैं.