डीएनए हिंदी: सोशल मीडिया (Social Media) पर फर्जी नौकरियों की भरमार है. फेक विज्ञापन (Fake advertisement) देखकर लोग अक्सर फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं. दिल्ली (Delhi) के एक शख्स को ऐसे ही फेक जॉब वैकेंसी के चक्कर में पड़कर 19,000 रुपये गंवाने पड़े हैं.
दरअसल शख्स ने एक ऐसी नौकरी के लिए आवेदन किया था जो मौजूद ही नहीं थी. शख्स OTP फ्रॉड के चक्कर में पड़ गया और हजारों रुपये गंवा दिया. पुलिस ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. उम्मीदवारों को ठगने के लिए दिल्ली मेट्रो में नौकरी की रिक्तियों के संबंध में सोशल मीडिया पर एक फेक विज्ञापन पोस्ट किया गया था.
क्या है Spoof Calling, कैसे पीएम के दफ्तर से कॉल कर देते हैं अपराधी?
कैसे फ्रॉड का शिकार हुआ शख्स?
पुलिस ने कहा है कि आरोपियों की पहचान उत्तर प्रदेश के नोएडा निवासी नितिन सिंह, सुमंत कुमार और न्यू अशोक नगर के रहने वाले मोहम्मद शाहनवाज के तौर पर हुई है. पुलिस के मुताबिक शास्त्री नगर निवासी भूपेंद्र सिंह ने शिकायत दर्ज कराई कि उसने दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) में खाली भर्ती के संबंध में सोशल मीडिया पर एक विज्ञापन देखा था.
WhatsApp मैसेज के जरिए हुआ फ्रॉड
पुलिस ने कहा था कि उस लिंक पर क्लिक करने के बाद, उसे एक WhatsApp संदेश मिला, जिसमें दिल्ली मेट्रो रेल वेबसाइट का एक और लिंक था. शिकायतकर्ता ने तब वेब फॉर्म भरा और कथित पंजीकरण शुल्क के लिए आवश्यक 49 रुपये के लेनदेन के लिए अपने डेबिट कार्ड (Debit Card) का विवरण भी अपलोड किया.
Cyber Fraud से बचने के लिए अपनाएं यह तरीका, कभी अकाउंट नहीं होगा खाली
Noida से चल रहा था रैकेट
अधिकारी ने कहा कि वन टाइम पासवर्ड (OTP) भरने के बाद उसके बैंक खाते से 19,049 रुपये काट लिए गए. पुलिस ने कहा है कि धोखाधड़ी के आरोपों वाली एक अन्य शिकायत भी मिली थी. पुलिस उपायुक्त (उत्तर) सागर सिंह कलसी ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि आरोपी नोएडा से रैकेट चला रहे थे और उन्हें मंगलवार को गिरफ्तार किया गया.
धोखाधड़ी के आरोपियों ने सीखे गुर
डीसीपी ने कहा कि नितिन ने बताया कि उसने नोएडा में कॉल सेंटरों में काम किया जहां से उसने नौकरी के इच्छुक लोगों को धोखा देने अलग-अलग तरीके सीखे. पुलिस ने कहा कि उसने यह भी बताया कि उसने डीएमआरसी में नौकरी के अवसरों के लिए सोशल मीडिया पर एक पेज बनाया और उस पेज पर अपने फर्जी व्हाट्सएप नंबर का लिंक अपलोड किया.
क्या है Dark Web, कैसे अपराधी करते हैं इसका इस्तेमाल?
1 सफारी कार, 11 फेक आधार कार्ड बरामद
पुलिस ने कहा है कि नौकरी के लिए भेजे गये दस्तावेज के आधार पर फर्जी आईडी बना कर आरोपी खातों से पैसे ट्रांसफर करते थे . उन्होंने बताया कि सुमंत और शाहनवाज आरोपी नितिन को फर्जी सिम कार्ड मुहैया कराते थे. पुलिस ने बताया कि उनके पास से कुल 106 सिम कार्ड, एक सफारी कार, आठ स्मार्ट फोन, और 11 फर्जी आधार कार्ड बरामद हुए हैं. (PTI इनपुट के साथ)
गूगल पर हमारे पेज को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें. हमसे जुड़ने के लिए हमारे फेसबुक पेज पर आएं और डीएनए हिंदी को ट्विटर पर फॉलो करें.