School Reopen: Gujarat में बंद होगी ऑनलाइन पढ़ाई, 21 फरवरी से शुरू होंगी ऑफलाइन क्लासेज

Written By पुष्पेंद्र शर्मा | Updated: Feb 17, 2022, 09:25 PM IST

online classes

शिक्षा विभाग के अनुसार, 21 फरवरी से गुजरात के स्कूलों और कॉलेजों में छात्र कोविड -19 प्रतिबंधों और एसओपी के साथ वापस आएंगे.

डीएनए हिंदी: कोविड और ओमिक्रॉन के केस कम होने के बाद अब ज्यादातर राज्यों में स्कूल्स खुलना शुरू हो गए हैं. इस बीच गुजरात शिक्षा विभाग ने बड़ा फैसला लिया है. गुजरात के सभी स्कूल, कॉलेज और शैक्षणिक संस्थान सोमवार 21 फरवरी से पूरी तरह से ऑफलाइन क्लासेज शुरू करेंगे. 

कोविड -19 मामलों में गिरावट के बाद गुजरात के स्कूलों ने 7 फरवरी से कक्षा 1 से 9 तक के छात्रों के लिए ऑफलाइन क्लासेज शुरू की थी. कोविड -19 और ओमिक्रॉन के मामले बढ़ने के कारण इन छात्रों के लिए फिजिकल मोड 8 जनवरी को बंद कर दिया गया था. हालांकि क्लास 10 से 12 तक के छात्रों के लिए स्कूलों को बंद नहीं किया गया था.

अब शिक्षा विभाग ने कहा है​ कि सोमवार 21 फरवरी से गुजरात के स्कूलों और कॉलेजों में छात्र सख्त कोविड -19 प्रतिबंधों और एसओपी के साथ वापस आएंगे. छात्र अपने माता-पिता या अभिभावकों की लिखित सहमति से ही स्कूल जा सकते हैं. हाल ही सूरत के कुछ स्कूलों ने छात्रों को आराम करने में मदद करने के लिए "माइंड फ्रेश एक्टिविटीज" के साथ ऑफलाइन कक्षाएं शुरू की थीं. ऑफ़लाइन क्लासेज सरकार द्वारा पहले जारी किए एसओपी के अनुसार चलाई जाएंगी.


विभिन्न राज्यों में ऑफलाइन कक्षाएं फिर से शुरू
स्कूल और कॉलेज नवीनतम कोविड -19 दिशानिर्देशों के अनुसार फिर से खुल रहे हैं. लगभग हर राज्य ने छात्रों को फिजिकल क्लासेज में जाने के लिए अपने माता-पिता या अभिभावकों से लिखित सहमति जमा करना अनिवार्य कर दिया है. 2 फरवरी को केंद्र सरकार ने स्कूल फिर से खोलने के दिशा-निर्देश जारी किए थे. इसके तहत केंद्र शासित प्रदेशों और राज्यों को स्थानीय स्थिति के अनुसार निर्णय लेने के लिए कहा है.


पश्चिम बंगाल में दो साल बाद खुले स्कूल 

16 फरवरी से पश्चिम बंगाल में नर्सरी से सातवीं कक्षा तक के छात्रों की स्कूल लौटना शुरू हो गया. राज्य में कक्षा 8 से 12 के छात्रों के लिए ऑफलाइन कक्षाएं 3 फरवरी से शुरू हो गई थी.

पश्चिम बंगाल सरकार ने पहले एक अलग अधिसूचना जारी कर सभी जिलाधिकारियों और प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों के अधिकारियों को नर्सरी से सातवीं तक की कक्षाएं 16 फरवरी से शुरू करने के लिए कहा था. नर्सरी से सातवीं तक के स्कूल करीब 2 साल बाद खुल रहे हैं.