डीएनए हिंदी : भारत की वित्तीय राजधानी मानी जाने वाली मुंबई(Mumbai) में गरीब और वंचित बच्चों को आधुनिक शिक्षा देने के लिए एक नई कोशिश हो रही है. हमारे देश में शिक्षा का मुद्दा सबसे मूलभूत मुद्दों में गिना जाता है फिर भी एक बड़ा वर्ग ऐसा है जो किसी न किसी कारण से इससे वंचित रह जाते हैं. इनमें खास कर वह वर्ग शामिल है जो बेहद गरीब है अक्सर सड़कों पर अपनी गुज़र बसर करता है.
पढ़ाई का सपने की तरह होना बॉलीवुड(Bollywood) फिल्मों की बात ही नहीं है, यह आम ज़िन्दगी की तल्ख़ हक़ीक़त है. मुंबई सहित भारत के महानगरों में बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर रहते हैं. अत्यधिक गरीबी की वजह से वे अक्सर शिक्षा जैसी अति आवश्यक चीज़ों से भी वंचित रह जाते हैं.
घूमती-भागती गाड़ियों वाले स्कूल देंगे बच्चों को आधुनिक शिक्षा
इन बच्चों को शिक्षा के क़रीब लाने के लिए अनोखी मुहिम शुरू की गई है. इस मुहिम का नाम 'स्कूल ऑन वील्ज़'(School On Wheels) है. यह ख़ास विद्यालय बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा देगा. इस स्कूल ऑन वील्ज़ में बच्चों की पढ़ाई के लिए उन सभी चीज़ों का इंतजाम किया गया है जिसकी ज़रूरत पड़ सकती है, साथ ही सारी आधुनिक सुविधाएं भी इस बस स्कूल में उपलब्ध करवाई गई हैं.
यूथ विद ए मिशन (YWAM) का है यह अभियान
सर्वशिक्षा की अवधारणा को बल देने वाले इस अभियान को युवाओं द्वारा संचालित यूथ विद अ मिशन के द्वारा शुरू किया गया है. यह संस्था 1983 से भारत के विभिन्न हिस्सों में गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा कर रही है. संस्था की मुंबई शाखा ने शहर में बेघरों की सेवा करने के उद्देश्य से अपना सर्वशिक्षा मिशन शुरू किया है जिसमें स्कूल ऑन वील्ज़(School On Wheels) जोड़ा गया है. बच्चों को बदलती दुनिया और बदलती तकनीक से वाबस्ता रखने के क्रम में इस स्कूल ऑन वील्ज़ में कंप्यूटर भी मौजूद हैं. एक बस के भीतर बने इस स्कूल में लैपटॉप की कनेक्टिविटी है और इसे आधुनिक स्मार्ट क्लास की तरह चलाया जा रहा है.