शीना बोरा हत्याकांड मामले में बड़ा खुलासा, राहुल मुखर्जी ने बनवाया था फर्जी मैरिज सर्टिफिकेट

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Oct 04, 2022, 05:17 PM IST

इंद्राणी मुखर्जी 

इंद्राणी मुखर्जी ने कहा कि यह सच है प्रमाण पत्र झूठे हैं और राहुल मुखर्जी ने अदालत में कबूल किया है कि उसने फर्जी मैरिज सर्टिफिकेट बनवाया था.

डीएनए हिंदी: शीना बोरा हत्याकांड (Sheena Bora murder case) मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. पूर्व मीडिया कारोबारी पीटर मुखर्जी के बेटे राहुल मुखर्जी (Rahul Mukherjee) ने कोर्ट से सामने कबूल किया कि शीना बोरा से उसकी शादी नहीं हुई थी, उसने फर्जी मैरिज सर्टिफिकेट बनवाया था. अधिवक्ता आर सांगले ने कहा कि राहुल ने यह भी माना कि उसने डोमनिक और मेलानी मचाडो के घर में रहने के लिए फर्जी एग्रीमेंट बनवाया था.

वहीं, शीना  बोरा की मां और मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी (Indrani Mukerjea) ने भी कहा, 'यह सच है, प्रमाण पत्र झूठे हैं और राहुल मुखर्जी ने अदालत में कबूल किया है कि उसने फर्जी मैरिज सर्टिफिकेट बनवाया था. उसने सरकार को धोखा दिया है. लेकिन पीटर मुखर्जी का 9X मीडिया से कोई लेना-देना नहीं था.'

शीना बोरा हत्याकांड की मुख्य आरोपी हैं इंद्राणी मुखर्जी
इंद्राणी मुखर्जी इस मामले में मुख्य आरोपी हैं और वह अभी जमानत पर हैं. हत्या का मामला 2015 में दर्ज हुआ था. इससे तीन साल पहले शीना बोरा की उसकी मां ने सह आरोपी संजीव खन्ना और श्यामवर राय की मदद से हत्या कर दी थी.

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राहुल ने गर्भवती महिला को मारी थी टक्कर
इससे पहले राहुल मुखर्जी ने सोमवार को कहा था कि उन्हें नहीं पता कि उनके खिलाफ सड़क दुर्घटना का मामला दर्ज नहीं करने के लिए पुलिस को 10 लाख रुपये दिए गए थे. राहुल मुखर्जी ने अदालत को बताया कि यह सच में एक दुर्घटना नहीं थी और वह मोटरसाइकिल चलाते समय किसी भी गर्भवती महिला से नहीं टकराए थे. इंद्राणी मुखर्जी के वकील रंजीत सांगले ने विशेष केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) न्यायाधीश एसपी नाइक-निंबालकर के समक्ष 2012 के शीना बोरा हत्याकांड मामले में राहुल मुखर्जी से  जिरह की थी.

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राहुल मुखर्जी ने 2010 की दुर्घटना के एक मामले में सवाल को लेकर कहा कि यह सच है कि उनके मोटरसाइकिल चलाते समय हादसा हुआ था लेकिन यह कहना ठीक नहीं है कि उन्होंने गर्भवती महिला को टक्कर मारी थी. घटना के संबंध में एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘मैं नहीं जानता कि क्या गर्भवती महिला ने दुर्घटना में अपना बच्चा खो दिया.’ बचाव पक्ष के वकील ने कहा कि FIR दर्ज नहीं हो इसके लिए पूर्व पुलिसकर्मी सोहेल बुद्धा ने पुलिस को 10 लाख रुपये दिए थे. इस पर राहुल मुखर्जी ने कहा कि वह इस बारे में नहीं जानते. सोहेल बुद्धा ने उन्हें इस बारे में कुछ नहीं बताया.

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