डीएनए हिंदी: जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद से प्रशासनिक स्तर पर कई मजबूत फैसले लिए गए हैं. अब प्रशासन ने पुलिस विभाग में उत्कृष्ट सेवा के लिए दिए जाने वाले पुलिस सेवा मेडल से शेख अब्दुल्ला की तस्वीर हटाने का फैसला लिया है. शेख अब्दुल्ला के स्थान पर मेडल में अशोक स्तंभ लगाया जाएगा. हालांकि, नेशनल कॉन्फ्रेंस इस फैसले को राजनीति से प्रेरित बता रही है.
National Confrence ने फैसले को बताया गलत
नेशनल कॉन्फ्रेंस ने इस फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि यह फैसला जम्मू-कश्मीर के इतिहास को मिटाने की कोशिश है. कितनी भी कोशिश कर ली जाए लेकिन शेख अब्दुल्ला हमेशा लोगों के दिलों में रहेंगे.
नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रवक्ता इमरान नबी डार ने कहा, 'राष्ट्रीय चिह्न के प्रति पूरा सम्मान व्यक्ति करते हुए मैं कहना चाहूंगा कि सरकार ने इतिहास, पहचान और हमारे नायकों की पहचान को मिटाने की कोशिश के तहत ही यह कदम उठाया है.'
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गृह मंत्रालय ने जारी किया आदेश
शेख अब्दुल्ला कश्मीर के अब तक के इतिहास में सबसे प्रभावशाली नेता माने जाते हैं. नेशनल कॉन्फ्रेंस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद फारूक अब्दुल्ला के पिता शेख अब्दुल्ला को कश्मीर में शेर-ए-कश्मीर भी कहा जाता है.
बता दें कि सोमवार को ही इस संबंध में गृह मंत्रालय की ओर से आदेश दिया गया था. अब जम्मू-कश्मीर पुलिस सेवा मेडल्स में शेख अब्दुल्ला की बजाय भारत के राष्ट्रीय चिह्न अशोक स्तंभ को उकेरा जाएगा. मेडल का नाम भी अब शेर-ए-कश्मीर पुलिस मेडल नहीं होगा बल्कि जम्मू एवं कश्मीर पुलिस मेडल होगा. इस फैसले का भाजपा समेत कई संगठनों ने स्वागत किया है.
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